India-Maldives relations: मालदीव की मुख्य विपक्षी पार्टी (मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी) ने राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के तेवरों में भारत को लेकर आई नरमी का स्वागत किया है. मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी ने कहा कि राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के नेतृत्व वाली सरकार का भारत की नीति में आया अचानक बदलाव काफी सराहनीय है. एमडीपी के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद ने शनिवार (10 अगस्त) को विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की थी.


विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात के बाद मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया. अब्दुल्ला शाहिद ने लिखा, 'भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयसंकर की मालदीव यात्रा का स्वागत है. भरोसा है कि जब भी मालदीव इंटरनेशनल 911 डायल करेगा तो भारत सबसे पहले जवाब देगा.'


माफी मांगने का किया आह्वान


एमडीपी अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद ने इसके साथ ही मुइज्जू सरकार पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'एमडीपी (मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी) मुइज्जू सरकार से उनके अधिकारियों की हरकतों, झूठ और गैर-जिम्मेदाराना बयानों के लिए सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने की मांग करती है. गैर-जिम्मेदार बयानों की वजह से मालदीव को विदेशी और आर्थिक मोर्चों पर भारी नुकसान उठाना पड़ा.'


'भारत विरोधी नारों को भड़काया'


अब्दुल्ला शाहिद ने कहा, 'मुइज्जू सरकार ने अपने आक्रामक रवैये से भारत विरोधी भावनाओं को भड़काने की शुरुआत की थी. हालांकि, हम मौजूदा सरकार की मालदीव-भारत नीति में अचानक आए बदलाव का स्वागत करते हैं जो पिछली भारत आउट नीति से काफी अलग है.' बता दें कि बीते साल भारत-मालदीव के संबंधों में काफी तनाव देखने को मिला था. 


राष्ट्रपति मुइज्जू ने क्या कहा?


मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने शनिवार (10 अगस्त) को भारत को अपना सबसे करीबी सहयोगी बताया. राष्ट्रपति मुइज्जू ने कहा, 'भारत-मालदीव के बीच ऐतिहासिक और घनिष्ठ संबंध हैं.' इसके साथ ही उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा कि उनका प्रशासन इन संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है.


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