India Maldives Relations: चीन के प्रति झुकाव रखने वाले मालदीव के मौजूदा राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू भारत आना चाहते हैं. उन्होंने इस बारे में शुक्रवार (27 सितंबर, 2024) को संकेत भी दिए. अमेरिका के न्यू यॉर्क शहर में मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया, "मैं जल्द से जल्द वहां (इंडिया) जाने की योजना बना रहा हूं. हमारे बीच (भारत और मालदीव के संदर्भ में) बहुत अच्छे द्विपक्षीय संबंध हैं."  


संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के 79वें सेशन में हिस्सा लेने यूएस पहुंचे मोहम्मद मुइज्जू ने इससे पहले गुरुवार को प्रिंसटन विश्वविद्यालय के प्रोग्राम ‘डीन्स लीडरशिप सीरीज’ में साफ किया था कि उनका ‘भारत को बाहर करने’ का एजेंडा कभी नहीं रहा. चीन समर्थक मोहम्मद मुइज्जू की यह टिप्पणी तब आई, जब उनसे इस बारे में सवाल हुआ था. 


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मोहम्मद मुइज्जू का हो गया हृदय परिवर्तन?


मालदीव के न्यूज पोर्टल ‘अधाधू डॉट कॉम’ की रिपोर्ट में उनके हवाले से कहा गया, "हम किसी भी समय किसी भी देश के खिलाफ कभी नहीं रहे. यह भारत को बाहर करना (इंडिया आउट) नहीं है. मालदीव के लोगों को देश में विदेशी सेना की मौजूदगी से गंभीर समस्या का सामना करना पड़ रहा था. मालदीव के लोग नहीं चाहते कि एक भी विदेशी सैनिक देश में रहे."


कब और क्यों भारत-मालदीव के रिश्ते हुए थे खराब?


दरअसल, भारत-मालदीव के रिश्ते नवंबर, 2023 से तनावपूर्ण हो गए थे, जब मोहम्मद मुइज्जू ने मालदीव के राष्ट्रपति का पदभार संभाला था. उन्होंने भारत से कहा था कि वह देश की ओर से उपहार में दिए गए तीन विमानन प्लेटफॉर्म का संचालन कर रहे लगभग 90 भारतीय सैन्य कर्मियों को वापस बुला ले. भारत ने 10 मई तक सैन्य कर्मियों को वापस बुलाया था और उनकी जगह डोर्नियर विमान और दो हेलीकॉप्टरों के संचालन के लिए असैन्य कर्मियों को तैनात किया था. 


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