Maldives Started Flying Turkey Drones: मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू के इंडिया आउट का मनसूबा अब साफ दिखने लगा है. मालदीव नेशनल डिफेंस फोर्स (एमएनडीएफ) ने तुर्की से खरीदे गए ड्रोन से समुद्री क्षेत्र की निगरानी शुरू कर दी है. एमएनडीएफ ने एक वीडियो भी साझा किया है, जिसमें तुर्की के साथ हुए समझौते के तहत खरीदे गए ड्रोन को उड़ान भरते हुए दिखाया गया है.
एविएटर्स मालदीव की ओर से पोस्ट किए गए वीडियो में बायकर टीबी2 ब्रांड का ड्रोन उड़ान भरता हुआ दिखाई दे रहा है. इस ड्रोन को नूनू माफारू में संचालित किया गया था. एमवीआर 560 मिलियन समझौते के तहत खरीदे गए तुर्की के ड्रोन पिछले हफ्ते मालदीव पहुंचे थे.
सशस्त्र मिशन को अंजाम देने में सक्षम
तुर्की से खरीदे गए बायकर टीबी2 ड्रोन का उपयोग निगरानी मिशनों के लिए किया जाता है. साथ ही ये ड्रोन हथियारों से लैस होने और सशस्त्र मिशन को अंजाम देने की क्षमता भी रखते हैं. मालदीव की मोहम्मद मुइज्जू के नेतृत्व वाली सरकार ने देश के जल क्षेत्रों की रक्षा के प्रयासों का आश्वासन देने के अलावा ड्रोन से संबंधित किसी भी जानकारी का खुलासा नहीं किया है.
भारत के लिए क्यों है चिंता?
भारत के लिए चिंता इसलिए बढ़ रही है क्योंकि इन ड्रोन विमानों का इस्तेमाल मालदीव भारत से लगती समुद्री सीमा की निगरानी में करेगा. माना जा रहा है कि इन ड्रोन को मुइज्जू इसलिए लाए हैं, ताकि भारत के डोर्नियर विमानों को इससे रिप्लेस कर सकें.
दरअसल, मालदीव के राष्ट्रपति पद पर आसीन होने के बाद मोहम्मद मुइज्जू ने पहला दौरा तुर्की का किया था. इसके पहले मालदीव के सभी राष्ट्रपति अपना पहला दौरा सबसे करीबी दोस्त भारत का किया करते थे.
भारत के डोनियर विमानों को करेंगे रिप्लेस
तुर्की से ड्रोन विमान ऐसे समय में मालदीव पहुंचे हैं, जब मालदीव की सरकार ने वहां मौजूद भारतीय सैनिकों की वापसी के लिए डेडलाइन दे दी है. ये सैन्य अधिकारी मालदीव की सेना को प्रशिक्षण देने के अलावा भारत की तरफ से मालदीव राष्ट्रीय रक्षा बल (एमएनडीएफ) को उपहार में दिए गए ध्रुव एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर और डोर्नियर विमानों के संचालन और रखरखाव के लिए वहां मौजूद थे. इन हेलीकॉप्टरों का उपयोग मरीजों को माले के अस्पतालों तक पहुंचाने के लिए किया गया था, जिससे अब तक 500 से अधिक लोगों की जान बचाई जा चुकी है. वहीं, डोर्नियर ने मालदीव की सेना द्वारा संदिग्ध जहाजों, बंदूक और नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ टोही ऑपरेशंस को अंजाम दिया था. हालांकि मुइज्जू को भारत के ये उपहार खटक रहे हैं और इन्हें तुर्की के ड्रोन से रिप्लेस करने की योजना है.
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