Mohammad Nasheed: संकट से घिरे श्रीलंका (Sri Lanka) के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे (Gotbaya Rajapaksha) की देश छोड़ने में मदद मालदीव संसद (Maldives Parliament) के अध्यक्ष मोहम्मद नशीद (Mohammad Nasheed) ने की है. ये बात सूत्रों के हवाले से सामने आई है. सूत्रों के मुताबिक पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे की देश छोड़ने में मदद की जिसके बाद वो श्रीलंका छोड़कर सीधे मालदीव की राजधानी माले पहुंचे.


खबरें आईं कि देश की अर्थव्यवस्था को न संभाल पाने के कारण अपने और अपने परिवार के खिलाफ बढ़ते जन आक्रोश के बीच राजपक्षे अपनी पत्नी और दो सुरक्षा अधिकारियों के साथ बुधवार को तड़के सेना के एक विमान से देश छोड़कर चले गए. श्रीलंका की वायु सेना ने एक संक्षिप्त बयान में कहा कि राष्ट्रपति को संविधान के तहत मिली शक्ति के तहत राजपक्षे बुधवार को तड़के वायु सेना के एक विमान से मालदीव चले गए हैं.


नशीद ने की कोलंबो से निकलने में मदद


मालदीव की राजधानी माले में सूत्रों ने बताया कि मजलिस (संसद) के अध्यक्ष नशीद ने राष्ट्रपति राजपक्षे को कोलंबो से निकलने में मदद की. सूत्रों ने बताया कि मालदीव सरकार का तर्क है कि राजपक्षे अब भी श्रीलंका के राष्ट्रपति हैं और उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है या किसी उत्तराधिकारी को अपनी शक्तियां नहीं सौंपी हैं. ऐसे में अगर वह मालदीव आना चाहते हैं तो इससे इनकार नहीं किया जा सकता है.


राजपक्षे के साथ 13 लोग देश छोड़कर भागे


टीवी समाचार चैनलों पर प्रसारित खबरों के अनुसार, राजपक्षे (Rajapaksha) के साथ 13 लोग मालदीव गए हैं. वे एएन32 विमान से मालदीव पहुंचे. खबरों के अनुसार, मालदीव में नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने देश में किसी सैन्य विमान के उतरने के शुरुआती अनुरोधों को ठुकरा दिया था लेकिन बाद में अध्यक्ष नशीद (Mohammad Nasheed) के आग्रह पर विमान को उतरने की अनुमति दी. ऐसा बताया जा रहा है कि राजपक्षे नयी सरकार द्वारा गिरफ्तार किए जाने की आशंका से बचने के लिए इस्तीफा देने से पहले विदेश जाना चाहते थे. राजपक्षे मालदीव से किसी अन्य देश जा सकते हैं, जिसके बारे में अभी जानकारी नहीं है. श्रीलंका के ‘द मॉर्निंग’ समाचार पोर्टल की खबर में सरकार में उच्च पदस्थ सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि राजपक्षे बुधवार की शाम को अंतिम गंतव्य देश में पहुंचने के बाद इस्तीफा भेज सकते हैं.


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