PM Modi And Mohammad Muizzu Meeting: मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने कहा कि भारत सरकार मालदीव से अपने सैनिकों को वापस बुलाने के लिए राजी हो गई है. देश की राजधानी माले में मुइज्जू ने कहा, "हमारे बीच हुई चर्चा में भारत सरकार भारतीय सैनिकों को हटाने के लिए मान गई है."


अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि दोनों देशों के बीच इस मुद्दे पर दुबई में चर्चा हुई थी. मुइज्जु ने दुबई में पीएम मोदी से मुलाकात की और भारतीय हेलीकॉप्टरों और विमानों को कैसे रखा जाए, इस पर चर्चा की थी. सूत्र के मुताबिक एक कोर ग्रुप इस मामले को देखेगा और इस बात पर गौर करेगा कि इस मुद्दे को कैसे आगे बढ़ाया जाए. 


मालदीव में क्या करते हैं भारतीय सैनिक?


भारत ने मालदीव को टोही जहाज, डोर्नियर विमान और 2 एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर किए थे, इसके साथ ही भारत ने जहाजों की देखरेख के लिए कुछ भारतीय सैनिकों को भेजा है. ये भारतीय सैनिक वहां निहत्थे होते हैं. दरअसल ये सेना में टेक्निकल जिम्मेदारी संभालने वाले सैनिक हैं.


भारत की तरफ से भेजे गये डॉर्नियर विमान की मदद से मालदीव ने अपनी सर्विलांस क्षमता को मजबूत किया है. इसकी मदद से उसकी सरहदें सुरक्षित हो गईं हैं. भारत इन इलाकों की चौकसी में मालदीव की मदद करता है.


सैनिकों के देश छोड़ने की मांग क्यों उठी?


भारतीय सैनिक मालदीव को गश्ती जहाजों के जरिए सीमा निगरानी में सहायता करते हैं, लेकिन उनकी सहायता को मालदीव में शक की निगाह से देखा जाता है. लोगों को मानना है कि वे सैनिक खुफिया गतिविधि में शामिल हैं इसलिए मोहम्मद मुइज्जु ने चुनाव से पहले 'इंडिया आउट' का नारा देकर इस मुद्दे को भूना लिया, अब उनके सामने इस वादे को पूरा करने का 'बोझ' है.


ये भी पढ़ें:
Bhutan Election: भूटान में भारत समर्थक पीडीपी पार्टी को मिली जीत, जानें इंडिया के लिए क्यों खास है ये चुनाव?