Maldives: मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने अपने पूर्ववर्ती को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि उनके पूर्ववर्ती इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने एक 'विदेशी राजदूत' के आदेश पर काम किया है. राज्य संचालित लोक सेवा मीडिया (PSM) को दे रहे इंटरव्यूह में उन्होंने किसी देश या राजनयिक का नाम नहीं लिया, लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि उन्होंने भारत को लेकर ऐसा बोला है.  


दरअसल, मोहम्मद मुइज्जू अपने चुनाव प्रचार में ही इंडिया आउट कैंपेन चला रहे थे. नई दिल्ली में मुइज्जू को चीन परस्त नेता के तौर पर देखा जाता है. पिछले साल राष्ट्रपति बनते ही मुइज्जू ने भारत से तकरार करना शुरू कर दिए थे और चीन के साथ दोस्ती मजबूत करने में लग गए. अब हाल में होने वाले चुनाव को लेकर विपक्षी पार्टी एमडीपी को मुइज्जू को घेर रही है, एमडीपी ने हाल में मालदीव और तुर्किये के बीच हुए ड्रोन समझौते को लेकर सवाल किए हैं. गुरुवार को इसका जवाब देते हुए मुइज्जू ने कहा कि यह देश के रक्षा से जुड़ा सौदा है, जिसका खुलासा नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि वह इस सौदे को लेकर सेना के अधिकारियों पर निर्भर हैं.


विदेशी राजदूत के आदेश पर काम करने का आरोप
मुइज्जू ने साक्षात्कार में कहा, सोलिह की मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) के पास संसद में बहुमत था, लेकिन वह मालदीव की स्वतंत्रता की रक्षा करने में विफल रही और देश को 'एक विदेशी देश के हाथों' में छोड़ दिया. मोहम्मद मुइज्जू ने कहा कि सोलिह 2018-23 के दौरान एक विदेशी राजदूत के आदेश पर काम किए और इसके परिणामस्वरूप 'व्यापक क्षति' हुई. मुइज्जू ने कहा, 'हमने आर्थिक सहित, सभी अर्थों में स्वतंत्रता खो दी थी. 


दरअसल, सोलिह की सरकार ने 'इंडिया फर्स्ट' नीति लागू की थी और भारत के 'नेबरहुड फर्स्ट' नीति का लाभ उठा रहा था. सोलिह के कार्यकाल के दौरान नई दिल्ली ने विकास और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में अरबों डॉलर खर्च किए. वहीं मुइज्जू इस चीज को गुलामी के तौर पर देखते हैं, इसके खिलाफ मुइज्जू ने इंडिया आउट कैंपेन तक चला डाले. भारत अभी तक सार्वजनिक तौर पर मुइज्जू के चीन समर्थक झुकाव की आलोचना नहीं की है, लेकिन माले और बीजिंग के बीच बढ़ती निकटता पर सावधानी से नजर रख रहा है.
 
मालदीव में आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति
मालदीव में पीपुल्स नेशनल कांग्रेस (पीएनसी) पूर्व सरकार पर भारत पर अत्यधिक निर्भर होने का आरोप लगाता है. दूसरी तरफ सोलिह मौजूदा राष्ट्रपति मुइज्जू पर भारत के साथ सदियों पुराने संबंधों को बर्बाद करने और चीन के साथ घनिष्ठ संबंधों को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हैं.


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