Maldives News: मालदीव ने भारत की तरफ से दिए गए डोर्नियर विमान और हेलिकाप्टरों का इस्तेमाल इमरजेंसी चिकित्सा सेवाओं के लिए फिर से शुरू कर दिया है. मालदीव की मीडिया ने शनिवार को इस तरह की खबरों को प्रकाशित किया, बताया जा रहा है कि पूर्व में इन विमानों का संचालन कर रहे भारतीय सैनिकों की वापसी के बाद यह कदम उठाया गया है. राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने इमरजेंसी चिकित्सा सेवाओं को फिर से शुरू करने में सक्षम बनाने के लिए भारत को धन्यवाद दिया है. 


मालदीव के समाचार पोर्टल एडिशन एमवी के मुताबिक, मालदीव राष्ट्रीय रक्षा बल ने स्थानीय मीडिया को बताया कि डोर्नियर विमान और हेलिकॉप्टर की मदद से एक बार फिर इमरजेंसी चिकित्सा सेवाओं को शुरू किया गया है. खबर में बताया गया है कि इस बार इमरजेंसी सेवा को भारतीय असैन्य दल संचालित कर रहे हैं. डोर्नियर विमान और हेलिकॉप्टरों का संचालने पहले भारतीय सैन्यकर्मी करते थे. पिछले साल नवंबर महीने में मोहम्मद मुइज्जू के राष्ट्रपति बनने के बाद इस सेवा को बंद कर दिया गया था. मोहम्मद मुइज्जू को इस कदम के लिए देश में भी भारी विरोध झेलना पड़ा था. 


मालदीव के पास सक्षम पायलट नहीं
मोहम्मद मुइज्जू को चीन परस्त नेता के तौर पर देखा जाता है. राष्ट्रपति बनते ही मुइज्जू ने भारतीय सैन्य कर्मियों को वापस करने की बात कही थी. भारतीय सैनिकों की वापसी के लिए 10 मई अंतिम तिथि निर्धारित की गई थी. जिसके बाद दोनों देशों के बीच गहरा तनाव पैदा हो गया था. दोनों देशों के बीच कई बार चली मीटिंग के बाद सैन्य कर्मियों की जगह असैन्य कर्मियों की तैनाती पर सहमति बनी, क्योंकि भारत ने इन विमानों को वापस नहीं लिया था. दूसरी तरफ मालदीव के सैनिक इन विमानों को उड़ाने में सक्षम नहीं हैं.


तीन जगहों पर तैनात हैं भारतीय विमान
मालदीव के समाचार पोर्टल अधाधू ने बताया कि डोर्नियर विमान को हनीमाधू में संचालित किया जा रहा है, जबकि हेलिकॉप्टरों का संचालन लामू काधू और सीनू गान में किया जा रहा है. तीनों जगह भारतीय कर्मी तैनात हैं. 59वें स्वंत्रता दिवस के मौके पर देश के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने एक आधिकारिक कार्यक्रम के दौरान इन विमानों के दोबारा संचालन की घोषणा की.


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