Maldives-China Relations: मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू हाल में चीन की पांच दिवसीय यात्रा कर वापस देश लौटे हैं. उन्होंने चीन जाने के बाद राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ मिलकर लगभग 20 समझौतों पर हस्ताक्षर किया. इन समझौतों में पर्यटन सहयोग, आपदा जोखिम में कमी, समुद्री अर्थव्यवस्था, डिजिटल अर्थव्यवस्था में निवेश को मजबूती देना और बेल्ट एंड रोड पहल शामिल हैं.


हालांकि, इन्हीं सब के बीच मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने शनिवार (13 जनवरी) को कहा कि चीन कर्ज के भुगतान की अवधि में बदलाव करने को सहमत हो गया है. इसको लेकर दोनों देशों की सरकारें जल्द ही बातचीत शुरू करेगी.


चीन की पांच दिवसीय यात्रा कर लौटने के बाद राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने कहा कि उन्होंने मालदीव को मुहैया किये गये कर्ज के भुगतान की अवधि में बदलाव करने या किस्त बढ़ाने की चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से अपील की है.


मालदीव के समाचार पोर्टल सन ऑनलाइन की खबर के अनुसार, मुइज्जू ने कहा कि चीन के वित्त मंत्रालय की एक तकनीकी टीम जल्द ही मालदीव की यात्रा करेगी. इसके बाद टीम अगले पांच सालों में ऋण पुनर्भुगतान में रियायती अवधि की पेशकश करने का तौर-तरीका तैयार करेगी.


मालदीव के ऊपर चीनी कर्ज का बोझ
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने चीन से लिए गए कर्ज पर कहा कि चीन कर्ज के भुगतान की अवधि में बदलाव करने को राजी हो गया है. इससे हमें कर्ज चुकाने में बड़ी आसानी होगी. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के आंकड़ों के अनुसार, चीन वर्तमान में मालदीव का सबसे बड़ा बाहरी ऋणदाता है, जो उसके कुल सार्वजनिक कर्ज का लगभग 20 फीसदी है.


इसके अलावा ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन की ओर जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक मालदीव ने कुल कर्ज का 60 फीसदी हिस्सा चीन से लिया है. कर्ज देने वाले बैंकों में चीन डेवलपमेंट बैंक, इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल बैंक ऑफ चाइना और एक्सपोर्ट-इंपोर्ट बैंक ऑफ चाइना शामिल हैं.


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