उत्तर प्रदेश चुनाव के दो चरण बाकी हैं, जिनमें छठे चरण के लिए प्रचार अभियान थम चुका है. लेकिन सातवें और आखिरी चरण के लिए अब तमाम राजनीति दल पूरा जोर लगा रहे हैं. इसी बीच अखिलेश यादव को एक बार फिर ममता बनर्जी का साथ मिला है. पश्चिम बंगाल की सीएम और टीएमसी चीफ ममता बनर्जी वाराणसी पहुंच रही हैं. जहां वो अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के लिए प्रचार करेंगीं.
वाराणसी में रैली को संबोधित करेंगीं ममता
ममता बनर्जी ने कोलकाता एयरपोर्ट पर वाराणसी के लिए निकलने से पहले मीडिया से बात की. जिसमें उन्होंने कहा कि, "मैं अखिलेश यादव के लिए चुनाव प्रचार करने वाराणसी जा रही हूं. मैं लोगों का आशीर्वाद लेने यूपी जा रही हूं." इसके बाद ममता बनर्जी ने वाराणसी के लिए उड़ान भरी. ममता बनर्जी अखिलेश यादव के साथ जल्द चुनाव प्रचार करती नजर आएंगीं. उत्तर प्रदेश पहुंचते ही ममता बनर्जी सबसे पहले शाम को काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा करने पहुंचेंगीं. इसके बाद ममता बनर्जी 3 मार्च को अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी के लिए वाराणसी में एक बड़ी रैली को संबोधित करेंगीं.
यूक्रेन संकट पर ममता ने दिया जवाब
ममता बनर्जी से यूक्रेन संकट को लेकर भी सवाल किया गया. जिसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि, "इन्हें (भारत सरकार) सभी छात्रों को 3 महीने पहले भारत लेकर आना चाहिए था, तब क्यों नहीं लाया गया जब सरकार को इसकी जानकारी थी और हर चीज़ में राजनीतिक बैठक की जाती लेकिन राजनीति से बढ़कर भी इंसानियत की लड़ाई होती है." ममता ने कहा कि, मैं सरकार की आलोचना नहीं करना चाहती हूं. खासतौर पर विदेशी मामलों में, क्योंकि हम एक हैं. लेकिन कभी-कभी मैं देखती हूं कि विदेशी मामलों में कोऑर्डिनेशन की कमी होती है. ममता ने कहा कि, यूक्रेन में कोई मर रहा है, कुछ लोग इधर से उधर भाग रहे हैं, कोई रोमानिया में इंतजार कर रहा है, किसी को खाना नहीं मिल रहा है. वो खाने की तलाश में बाहर निकल रहे हैं और मारे जा रहे हैं. जब सरकार को ये सब कुछ पता था तो पहले ही छात्रों को क्यों नहीं निकाला गया?
पहले भी यूपी का दौरा कर चुकीं हैं ममता
बता दें कि इससे पहले भी ममता बनर्जी अखिलेश को समर्थन देने यूपी पहुंचीं थीं. 7 फरवरी को ममता लखनऊ के दो दिन के दौरे पर आईं, इस दौरान उन्होंने मोदी और योगी सरकार पर जमकर हमला बोला था. ममता बनर्जी ने इस दौरान अखिलेश यादव के साथ मिलकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, जिसमें उन्होंने अखिलेश को भाई कहकर संबोधित किया. इस दौरान ममता ने कोरोना प्रबंधन और किसान आंदोलन का जिक्र कर सरकार पर निशाना साधा और कहा कि अगर बीजेपी को हराना है तो अखिलेश को वोट देना होगा.
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