China: चीनी शख्स ने AI की मदद से किया कमाल ! कोविड में जान गंवा चुकी दादी का बनाया वर्चुअल वर्जन
Uses AI To Create Virtual Version: चीन में 24 वर्षीय वू नाम के शख्स ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से अपनी दिवंगत दादी के असली जैसा डिजिटल अवतार बनाया है.
China: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के आने के बाद दुनिया भर के यूजर्स नए नए प्रयोग कर रहे हैं. इसी कड़ी में चाइना के एक शख्स ने अपने प्रयोग से चौंकाने वाला काम किया है. दरअसल चीन के एक शख्स ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से मरी हुई अपनी दादी को दोबारा जिंदा करने का प्रयास किया है, यह सुनने में भले ही थोड़ा अजीब हो सकता है लेकिन चीनी व्यक्ति ने ऐसा कारनामा करने का प्रयास किया है. ख़ास बात ये है कि उसे अपने काम में थोड़ी बहुत सफलता भी मिली है.
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में चीन में 24 वर्षीय वू नाम के शख्स ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से अपनी दिवंगत दादी के असली जैसा डिजिटल अवतार बनाया है. वू के इस प्रयोग के बाद दुनिया भर के एक्सपर्ट हैरान है. दिलचस्प बात यह है कि इस चीनी शख्स ने अपने प्रयोग का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया है, जो खूब वायरल हो रहा है. जिसमें वू की मृत दादी के AI संस्करण के बीच बातचीत का ऑडियो है.
चीनी शख्स ने वीडियो किया शेयर
इस वीडियो में वू कहता है कि दादी, मेरे पिताजी और मैं इस साल आपके साथ चंद्र नव वर्ष मनाने के लिए अपने गृहनगर वापस जाएंगे. मेरे पिताजी ने आपको पिछली बार फोन किया था. आपने उनसे क्या कहा?’ इस पर आभासी दादी ने जवाब दिया है कि मैंने उससे कहा कि शराब मत पियो. अच्छे आदमी बनो और ताश मत खेलो.
दादी से था बेहद लगाव
वू ने बताया है कि उन्हें अपनी दादी से बेहद लगाव था. दरअसल, उनके माता पिता के तलाक के बाद वू को उनकी दादी ने ही पाला था. वू की दादी की मौत जनवरी में कोरोना वायरस के कारण हो गई. अपनी दादी की मृत्यु से दुखी होकर, वू ने उसके साथ बात करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से उसका एक आभासी अवतार बनाया है.
वू का कहना है कि मैंने चैटजीपीटी को अपनी दादी के जीवन के कई डिटेल्स साझा किए हैं, उम्मीद है कि यह मेरी दादी की पारिवारिक पृष्ठभूमि और भाषा को समझ सकता है, जिससे यह मेरी दादी के लहजे में मुझसे संवाद कर सके. वू ने AI का उपयोग कर के दादी की मौजूदगी, आवाज, पर्सनैलिटी और यादों को संजोया है.