मनीला (फिलीपींस): पीएम नरेंद्र मोदी के तीन दिवसीय फिलीपींस दौरे का आज आखिरी दिन है. मोदी आज आसियान-भारत और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलनों को संबोधित करेंगे. आज आसियान शिखर सम्मेलन के दौरान विवादास्पद दक्षिण चीन सागर क्षेत्र में चीनी की आक्रामक सैन्य गतिविधियों, उत्तर कोरिया के परमाणु मिसाइल परीक्षणों और क्षेत्रीय सुरक्षा परिवेश जैसे मुद्दों पर भी चर्चा होगी.


कट्टरता से मुकाबला करने के लिये अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित करने के भारत के प्रस्ताव पर भी चर्चा होने की संभावना है. भारत इसके लिये तारीख तय करना चाहता है. 10 प्रमुख दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन (आसियान) की बैठक में म्यांमार की नेता आंग सान सू की, कंबोडिया के पीएम हुन सेन, मलेशिया के पीएम नजीब रज्जाक, सिंगापुर के पीएम ली सिएन लूंग और न्यूजीलैंड की पीएम जे आरडेर्न शामिल हो रहे है.


आसियान शिखर सम्मेलन में व्यापार और निवेश संबंधित मुद्दों पर अधिक जोर दिये जाने की संभावना है. पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में नेताओं के समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद, अप्रसार और पलायन जैसे मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श होगा. 10 आसियान सदस्य देशों के अलावा पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भारत, चीन, जापान, कोरिया गणराज्य, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अमेरिका और रूस शामिल हो रहे हैं.


पीएम मोदी कुछ अन्य देशों के नेताओं के साथ अलग से द्विपक्षीय मुलाकातें करेंगे. पीएम मोदी आसियान व्यापार और निवेश शिखर सम्मेलन के साथ-साथ क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी (आरसीईपी) के नेताओं की बैठक में भी भाग लेंगे. आरसीईपी में 10 सदस्यीय आसियान के अलावा भारत, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड शामिल हैं. यह समूह मुक्त व्यापार समझौते के लिये बातचीत कर रहा है.


भारत-फिलीपींस ने आतंकवाद से लड़ने का संकल्प लिया


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फिलीपींस के राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते के साथ द्विपक्षीय संबंधों को लेकर विस्तृत बातचीत के बाद दोनों देशों ने रक्षा और सुरक्षा सहित कई क्षेत्रों में सहयोग के लिए चार समझौतों पर हस्ताक्षर किए. दोनों नेताओं ने आतंकवाद को दोनों देशों और क्षेत्र के सामने मौजूद बड़ा खतरा बताते हुए इस चुनौती से प्रभावशाली तरीके से निपटने के लिए द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने का संकल्प लिया.


विदेश मंत्रालय में सचिव (पूर्व) प्रीति सरण ने कहा, ‘‘दोनों नेताओं ने कहा कि आतंकवाद की समस्या से प्रभावशाली तरीके से निपटना होगा. यह बैठक का एक महत्वपूर्ण नतीजा रहा.’’ प्रधानमंत्री ने बैठक को ‘सार्थक’ बताया. मोदी ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते के साथ एक सार्थक बैठक हुई. हमने भारत-फिलीपीन के बीच खासकर व्यापार और संस्कृति क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर विस्तृत चर्चा की.’’


प्रीति ने कहा कि रक्षा सहयोग से जुड़ा समझौता एक महत्वपूर्ण नतीजा रहा क्योंकि इससे साजो सामान के क्षेत्र सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा मिलेगा. दूसरे समझौतों से कृषि और सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों (एमएसएमई) के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने में मदद मिलेगी. उन्होंने बताया कि फिलीपींस के राष्ट्रपति ने भारत के साथ ‘मजबूत’ संबंधों की वकालत की और खासतौर पर दवा के क्षेत्र में भारत से और ज्यादा निवेश का आग्रह किया.


दुतेर्ते ने यह भी कहा कि भारतीय बुनियादी ढांचा (infrastructure) कंपनियां देश में अवसर तलाश सकती हैं. मोदी जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे, न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न और कई दूसरे नेताओं के साथ भी द्विपक्षीय बैठक करेंगे.