Manmohan Singh Death: मनमोहन सिंह के निधन पर क्या बोला पाकिस्तान, पहली प्रतिक्रिया आई सामने
Manmohan Singh Death: फवाद चौधरी ने कहा कि 'डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ. भारत आज जिस आर्थिक स्थिरता का आनंद ले रहा है वह काफी हद तक उनकी दूरदर्शी नीतियों के कारण है.
Manmohan Singh Death: इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी के नेता फवाद चौधरी ने पूर्व भारतीय PM मनमोहन सिंह के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि दी. फवाद चौधरी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, 'डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ. भारत आज जिस आर्थिक स्थिरता का आनंद ले रहा है वह काफी हद तक उनकी दूरदर्शी नीतियों के कारण है.'चौधरी ने आगे कहा, ' उनका जन्म झेलम के गाह गांव में हुआ, जो अब पंजाब (पाकिस्तान) के चकवाल में पड़ता है. झेलम के बेटे डॉ. सिंह इस क्षेत्र के लोगों के लिए एक प्रेरणा की तरह है.'
डॉ. मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितंबर 1932 को अविभाजित भारत के पंजाब प्रांत के गाह गांव में हुआ, जो अब पाकिस्तान में है. उनकी प्रारंभिक शिक्षा गाह गांव में हुई और बाद में उन्होंने प्रतिष्ठित कैम्ब्रिज और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालयों से अपनी उच्च शिक्षा पूरी की.
It is truly saddening to hear about the passing of Dr. Manmohan Singh. The economic stability India enjoys today is largely due to his visionary policies. Born in Gah village of Jhelum, which now falls in Chakwal, Punjab (Pakistan), Dr. Singh, a son of Jhelum, remains an enduring… https://t.co/QOn6E7u8LM
— Ch Fawad Hussain (@fawadchaudhry) December 26, 2024
भारतीय अर्थव्यवस्था के शिल्पकार
डॉ. मनमोहन सिंह ने 1991 में भारतीय अर्थव्यवस्था के उदारीकरण की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाए. यह वह समय था जब भारत गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहा था. उनके सुधारों ने निम्निलिखित चीजें है शामिल.
- लाइसेंस राज समाप्त किया.
- भारत को वैश्विक आर्थिक मंच पर प्रतिस्पर्धी बनाया.
- आर्थिक विकास के नए रास्ते खोले.
प्रधानमंत्री के रूप में कार्यकाल (2004-2014)
डॉ. सिंह ने 2004 से 2014 तक भारत के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया. उनके नेतृत्व में भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हुआ. विदेश नीति और व्यापार में नए आयाम स्थापित हुए. शिक्षा, स्वास्थ्य, और ग्रामीण विकास में महत्वपूर्ण योजनाएं लागू की गईं. डॉ. सिंह की नीति और नेतृत्व की शैली ने भारतीय राजनीति में एक अलग पहचान बनाई. उनकी ईमानदारी और दूरदर्शिता को भारत और पाकिस्तान दोनों में सराहा गया.