Manmohan Singh Death: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गुरुवार रात 92 साल की उम्र में अंतिम सांस ली. मनमोहन सिंह का लंबे समय से इलाज चल रहा था. हालांकि, इस बीच गुरुवार को घर पर अचानक बेहोश होने के बाद अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) दिल्ली ले जाया गया, जहां तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका और रात 9:51 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.


देश की अर्थव्यवस्था में पूर्व प्रधानमंत्री का योगदान प्रमुख विदेशी मीडिया घरानों की सुर्खियों में बना रहा, जिन्होंने उनके निधन को कवर किया. इस मौके पर कई  विदेशी मीडिया ने उनके बारे में अलग-अलग बातें लिखीं.


न्यूयॉर्क टाइम्स ने मनमोहन सिंह को "मृदुभाषी" और "समझदार" पीएम बताया. वहीं अमेरिकन डेली ने लिखा है कि सिंह को दूरगामी परिवर्तनों का श्रेय दिया जाता है.


आर्थिक सुधारों के वास्तुकार-द गार्जियन
यूके स्थित अखबार ने सिंह की शैक्षणिक प्रतिभा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वह पढ़ाई को लेकर इतने गंभीर थे कि वो अपने घर के शोर से बचने के लिए रात में स्ट्रीट लाइट के नीचे पढ़ाई करते थे. ब्रिटिश अखबार ने डॉ सिंह को आर्थिक सुधारों के वास्तुकार के रूप में संबोधित किया, जिन्होंने भारत की राजनीति में प्रधानमंत्री के रूप में दो कार्यकाल पूरे किए.


मनमोहन सिंह सौम्य स्वभाव वाले-अल जजीरा
दोहा स्थित टेलीविजन नेटवर्क अल जजीरा ने मनमोहन सिंह को सौम्य स्वभाव वाला इंसान करार दिया. उन्होंने आगे लिखा कि मनमोहन सिंह उन व्यक्तियों में शामिल रहें, जो भारत के सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री बने रहे. उन्होंने ईमानदार व्यक्ति के रूप में ख्याति अर्जित की.  प्रधानमंत्री पद छोड़ने के बाद सिंह ने लो प्रोफाइल अपना लिया. वहीं पाकिस्तानी अखबार द डॉन ने लिखा कि वो शांत स्वभाव के प्रधानमंत्री थे. वो भारत के सबसे सफल नेताओं में से एक थे.


ये भी पढ़ें: Manmohan Singh Death: अमेरिका ने दी मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि, कहा-'US और भारत को एक साथ लाने के लिए हमेशा याद रखे जाएंगे'