Richest Man Of All Time: जानिए- मानव इतिहास का सबसे अमीर शख्स कौन रहा है? दुनिया के मौजूदा सबसे बड़े धनाड्य एलन मस्क से कितना बड़ा धनी था
एक ऐसा बादशाह जिसके पास बेतहाशा दौलत थी. मूसा के बारे में कहा जाता है कि उसके पास इतनी दौलत थी कि उसका ठीक-ठीक अंदाजा लगाना मुश्किल है. मूसा ने मिस्र की राजधानी में इतनी दौलत बांटी थी कि काहिरा में महंगाई का स्तर बढ़ गया था.
मनसा मूसा यानी बादशाह मूसा. मूसा का पूरा नाम मूसा कीटा प्रथम था. लेकिन जब वो टिम्बकटू का राजा बना तो उसके नाम के साथ मनसा भी जुड़ गया. जिसका मतलब होता है, बादशाह. एक ऐसा बादशाह जिसके पास बेतहाशा दौलत थी. मूसा के बारे में कहा जाता है कि उसके पास इतनी दौलत थी कि उसका ठीक-ठीक अंदाजा लगाना मुश्किल है. ऐसा ही कुछ उसकी सल्तनत के बारे में भी कहा जाता है. वह पश्चिमी अफ्रीका की जिस माली सल्तनत का बादशाह था उसके भीतर आज के मॉरीटानिया, सेनेगल, गांबिया, गिनिया, बुर्किना फासो, माली, नाइजर, चाड और नाइजीरिया जैसे बड़े देश थे.
मूसा के पास कितनी दौलत थी? वैसे तो माली सल्तनत के बादशाह मनसा मूसा की दौलत का सटीक अंदाजा लगाना बेहद मुश्किल है. फोर्ब्स पत्रिका के मुताबिक एलन की कुल संपत्ति 184 अरब अमेरिकी डॉलर है और उन्हें इस वक्त दुनिया के सबसे अमीर शख्स के तौर पर सूचीबद्ध किया गया है. जबकि मूसा की दौलत कितनी है? इस बारे में साल 2012 में एक अमेरिकी वेबसाइट्स ने अंदाजा लगाया. उसके आकलन के मुताबिक आज के हिसाब से मूसा की दौलत 400 अरब अमेरिकी डॉलर थी.
मूसा एक सच्चा मुसलमान था मनसा मूसा को एक धर्मनिष्ठ और सच्चा मुसलमान के रूप में भी जाना जाता है. उसने मक्का की यादगार यात्रा की थी. 1324 में वो हज पर गया था. इस दौरान उसके साथ 60 हजार लोग, 21 हजार किलो सोना 100 हाथी और 80 ऊंट थे. उस वक्त मनसा मूसा का इतना जबरदस्त क्रेज था कि लोग उसकी एक झलक पाने के लिए मीलों सफर करते थे. जिस किसी ने उसकी इस यात्रा को देखा, दंग रह गया.
एक उदार बादशाह मनसा मूसा की दौलत के अलावा उसकी उदारता के किस्से भी कम नहीं हैं. जब वो अपनी तीर्थयात्रा के दौरान मिस्र की राजधानी काहिरा से गुजर रहा था तभी उसकी नजर वहां के गरीब लोगों पर पड़ी. उसका दिल पिघल गया. कहा जाता है कि मूसा ने वहां पर इतनी दौलत बांटी कि काहिरा में महंगाई का स्तर बढ़ गया. जब उसके इन किस्सों के बारे में यूरोपीय लोगों ने सुना तो वे हजारों मील दूर सिर्फ इस सच को अपनी आंखों से देखने चले आए.
शैक्षणिक संस्थानों का विकास मूसा एक उदार, धार्मिक और बेतहाशा दौलत वाला बादशाह होने के साथ-साथ बौद्धिक शख्स भी था. उसने जब टिम्बकटू का नवीनीकरण किया तो उसने नए सिरे से मस्जिदों के अलावा मदरसे, लाइब्रेरी और अभिलेखागारों का भी निर्माण करवाया. इस दौरान टिम्बकटू में हजारों किताबें लिखी गईं और यह पश्चिमी अफ्रीका का प्रमुख शहर बनकर उभरा.