नई दिल्ली: भारत और नेपाल के बीच सीमा मुद्दे पर तनाव बरकरार है. भारत ने कहा है कि इसे आपसी बातचीत के जरिए सुलझा लिया जाएगा. वहीं नेपाली संसद के ऊपरी सदन में आज दोपहर 3 बजे संविधान संशोधन विधेयक पर चर्चा होगी और उसे पारित किया जाएगा. ये विधेयक रविवार को उच्च सदन में पेश किया गया था.


माना जा रहा है कि यहां से भी यह विधेयक बहुमत के साथ पारित हो जाएगा. संसद में विपक्षी नेपाली कांग्रेस और जनता समाजवादी पार्टी-नेपाल ने संविधान की तीसरी अनुसूची में संशोधन से संबंधित सरकार के विधेयक का समर्थन किया है. नेपाल की निचली सदन पहले ही इस विधेयक को बहुमत से पारित कर चुकी है.


भारत के साथ सीमा गतिरोध के बीच इस नए नक्शे में लिपुलेख, कालापानी और लिम्पियाधुरा को नेपाल ने अपने क्षेत्र में दिखाया है. नेशनल असेंबली से विधेयक के पारित होने के बाद इसे राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा, जिसके बाद इसे संविधान में शामिल किया जाएगा.


क्या है विवाद?
नेपाल ने पिछले महीने देश का संशोधित राजनीतिक और प्रशासनिक नक्शा जारी कर रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण लिपुलेख, कालापानी और लिम्पियाधुरा के इलाकों पर अपना दावा बताया था. भारत यह कहता रहा है कि यह तीन इलाके उसके हैं. काठमांडू की ओर से नया नक्शा जारी करने पर भारत ने नेपाल से कड़े शब्दों में कहा था कि वह क्षेत्रीय दावों को कृत्रिम रूप से बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने का प्रयास न करे.


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