World's Oldest Person Maria Advises: वो कहावत है न कि उम्र का तजुर्बा बोलता है. कुछ ऐसा ही तर्जुबा रखने वाली उम्र दराज शख्स 115 साल की मारिया ब्रॉनी एस मुरेरा ने लोगों को सलाह दी है. सलाह भी ऐसी-वैसी नहीं बहुत काम की है. दादी मारिया ने कहा है कि जिंदगी में टॉक्सिक लोगों से दूरी बना कर रखनी चाहिए. ये दादी भी मामूली नहीं है. इन्हें गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने दुनिया की सबसे उम्रदराज शख्स के खिताब से नवाजा है.


कैसे बनी दुनिया की सबसे उम्रदराज शख्स


दरअसल दुनिया की सबसे बुजुर्ग या उम्रदराज शख्स फ्रांसीसी नन सिस्टर आंद्रे का 118 साल की उम्र में 17 जनवरी 2023 को  निधन हो गया था. इसके बाद दुनिया की सबसे उम्रदराज़ शख्स का खिताब कैलिफ़ोर्निया में जन्मी एक स्पैनिश महिला मारिया ब्रॉनी एस मुरेरा के नाम हो गया. मारिया  पहले विश्व युद्ध  की शुरुआत से 7 साल पहले 4 मार्च 1907 को सैन फ्रांसिस्को में पैदा हुई थी.


महज एक महीने में वह 116 साल की हो जाएंगी. उनके माता-पिता ने 1915 में कैटेलोनिया में बसने के लिए स्पेन लौटने का फैसला किया, लेकिन सफर के आखिर में फेफड़ों के टीबी से उनके के पिता की मौत हो गई. उनकी ट्विटर बॉयोग्राफी में वह लिखती हैं, "बहुत बूढ़ी हैं, लेकिन बेवकूफ नहीं हैं. तभी से वो इस इलाके में रहती हैं." मारिया के 3 बच्चे, 11 पोते और 13 परपोते हैं. 2020 में अपना 113वां जन्मदिन मनाने के कुछ हफ्ते बाद ही कोरोना संक्रमित होने के कुछ दिनों के भीतर कोविड से लड़ाई लड़ी.


दादी मारिया ने क्यों कहा दूर रहें जहरीले लोगों से?


दुनिया की सबसे उम्रदराज़ इंसान मारिया ब्रानी एस मुरेरा ने  2023 के पहले दिन उन्होंने ट्वीट किया, ''जीवन किसी के लिए शाश्वत नहीं है. उनकी उम्र में एक नया साल एक उपहार, एक विनम्र उत्सव, एक नया रोमांच, एक खूबसूरत सफर, खुशी का पल है. आइए जीवन का साथ में आनंद लें." उन्होंने  'जहरीले लोगों' यानी टॉक्सिक लोगों से (Toxic People) से दूर रहने की सलाह दी.


अपनी बेटी की मदद से मारिया ने अपनी लंबी जिंदगी को लेकर ट्विटर पर सलाह शेयर की,"अनुशासन, शांति, परिवार और दोस्तों के साथ अच्छे रिश्ते, प्रकृति के साथ संपर्क, भावनात्मक स्थिरता, कोई फिक्र नहीं, कोई पछतावा नहीं, बहुत सारी सकारात्मकता और जहरीले लोगों से दूर रहना." उन्होंने आगे कहा, "मुझे लगता है कि दीर्घायु होना भी भाग्यशाली होना है. ये भाग्य और अच्छे आनुवंशिकी का नतीजा है."


नर्सिंग होम में रहकर भी जिंदादिली


ऐसा नहीं की मारिया की जिंदगी में गम के पल नहीं आए हों. मारिया ब्रॉनी ने बताया कि उनके साथ स्पेनिश गृहयुद्ध की "बहुत बुरी यादें" हैं. ये 1936 का दौर था तब वो 29 साल की थी. उनकी शादी 1931 में  जोआन मोरेट नाम के एक कैटलन डॉक्टर से हुई थी. पुजारी के घंटों इंतजार के बाद कपल को बताया गया कि पादरी की मौत हो गई है.  उन्होंने ट्विटर पर कहा, "कोई फोन नहीं था. पादरी की तलाश के लिए तब एक कार को तब गिरोना प्रांत जाना पड़ा था. उस वक्त गिरोना के पूरे प्रांत में लगभग 50 कारें रही होंगी."


मारिया ब्रॉनी एस मुरेरा  बीते 22 साल से एक ही नर्सिंग होम रेसिडेंसिया सांता मारिया डेल तुरा में रहती हैं, लेकिन उनकी जिंदादिली में कोई कमी नहीं आई. नर्सिंग होम ने एक बयान में कहा, "वह अच्छे सेहत में है और वह अपनी जिंदादिली से हैरान करती रही है. उनकी इस वर्षगांठ जो ध्यान आकर्षित किया है, उसके लिए वो आभारी है."  नर्सिंग होम के मुताबिक, " इस खास घटना का जश्न मनाने के लिए हम आने वाले दिनों में होम में एक छोटा सा उत्सव मनाएंगे."


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