वॉशिंगटन: अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट को अनिश्चितकाल के लिए बैन कर दिया गया है. हिंसा की घटना के बाद फेसकबुक ने यह कदम उठाया है. इससे पहले फेसबुक ने नीति उल्लंघन के चलते राष्ट्रपति के अकाउंट को 24 घंटे के लिए बैन कर दिया था. ट्विटर ने भी 12 घंटे के लिए ट्रंप के हैंडल को बैन कर दिया.


फेसबुक के चीफ मार्क जुकरबर्ग ने कहा, ''अमेरिकी संसद भवन में अपने समर्थकों के काम की निंदा करने की बजाय अपने मंच का उपयोग करने के उनके फैसले ने अमेरिका और दुनिया भर में लोगों को परेशान किया है. हमने उनके बयानों को हटा दिया था क्योंकि हमें लगा कि यह हिंसा को और अधिक बढ़ावा देने वाला है.''


जुकरबर्ग ने कहा कि ट्रंप के भड़काने पर भीड़ द्वारा बुधवार को कैपिटल भवन (अमेरिकी संसद भवन) में घातक हमला किए जाने के बाद निवर्तमान राष्ट्रपति को इस मंच का इस्तेमाल करते रहने की अनुमति देने का जोखिम बहुत बड़ा है.


मार्क जकरबर्ग ने आगे कहा कि हमने उनके फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट पर अनिश्चितकाल के लिए पहले से किए गए ब्लॉक को बढ़ा दिया है. कम से कम अगले दो सप्ताह तक के लिए तो बढ़ाया ही गया है, जब तक कि सत्ता का शांतिपूर्ण हस्तान्तरण पूरा नहीं हो जाता.


बता दें कि ट्रंप के समर्थकों ने सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण को विफल करने के मकसद से कैपिटल भवन (अमेरिकी संसद भवन) पर धावा बोल दिया और इस दौरान अभूतपूर्व हिंसा हुई और अफरातफरी मच गई.


पुलिस ने कहा कि बुधवार को कैपिटल हिल में हुई हिंसा में चार लोग मारे गए. इनमें एक महिला प्रदर्शनों के बीच एक पुलिस अधिकारी द्वारा गोली चलाए जाने से मारी गई और तीन अन्य लोग-एक महिला तथा दो पुरुषों की मौत कैपिटल ग्राउंड के पास आपात स्वास्थ्य स्थिति जैसे कारणों की वजह से हुई.


पुलिस ने कहा कि कैपिटल हिल में हुई हिंसा में चार लोग मारे गए है. दर्जनों प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है. मेट्रोपॉलिटन पुलिस विभाग के प्रमुख रॉबर्ट कोंटी ने ट्रंप समर्थकों द्वारा की गई हिंसा को ‘‘शर्मनाक’’ करार दिया है. इस हिंसा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत दुनिया के कई नेताओं ने आलोचना की है.


हिंसा की घटना के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि  ‘‘चूंकि चुनाव के नतीजों से मैं पूरी तरह से असहमत हूं और इस तथ्य पर कायम हूं, इसके बावजूद 20 जनवरी को सुव्यवस्थित तरीके से सत्ता का हस्तांतरण होगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका को फिर से महान बनाने की लड़ाई की यह महज शुरुआत है.’’


ऐसे में अब साफ है कि डेमोक्रेटिक पार्टी के 78 वर्षीय नेता बाइडन और पार्टी की भारतीय मूल की नेता 56 वर्षीय हैरिस दोनों 20 जनवरी को राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद की कमान संभालेंगे.


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