Russia Ukraine WAR: यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की का दावा- कीव ओब्लास्ट में पाई गईं सामूहिक कब्रें, दफन हैं 900 लोग
Mass Graves in Ukraine: यूक्रेन के राष्ट्रपति ने दावा किया है कि कीव ओब्लास्ट में अलग-अलग- जगहों पर सामूहिक कब्रें पाईं गई हैं जिसमें 900 लोग दफन हैं.कब्रें कीव में कई जगहों पर पाई गईं हैं.
Mass Grave Found In Kyiv Blast: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदमिर जेलेंस्की ने कहा है कि कीव में हुए ओब्लास्ट में अलग-अलग जगहों सेसामूहिक कब्रें पाई गईं हैं जिसमें 900 लोग दफन हैं. इससे पहले यूक्रेन के द कीव इंडिपेंडेंट के मुताबिक यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा है कि कीव ओब्लास्ट में एक सामूहिक कब्र मिली है जिसमें 900 लोग दफन हैं. लेकिन इसके बाद द इंडिपेंडेंट ने सुधार करते हुए कहा कि जेलेंस्की ने कीव ओब्लास्ट में अलग-अलग जगहों की सामूहिक कब्रों में पाए गए लोगों की कुल संख्या के बारे में बता रहे थे. इसके साथ ही द इंडिपेंडेंट के मुताबिक रूसी सैनिकों ने 100 से ज्यादा आम लोगों की हत्या भी की है.
शुक्रवार को द इंडिपेंडेंट ने कहा कि कीव ओब्लास्ट में तीन रूसी मिसाइलों ने हमला किया था. मिलाइलों ने फास्टिव शहर के पास तीन अज्ञात बुनियादी ढांचों पर हमला किया था. इस बात की जानकारी कीव ओब्लास्ट सेना प्रशासन के मुखिया ओलेकसंदर पावलयुक ने दी.
यूएन महासचिव का यूक्रेन दौरा, युद्ध को बताया बेतुकापन
इस बीच यून के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने यूक्रेन के बोरोड्यांका का दौरा किया था और इस युद्ध को बेतुका करार दिया. उन्होंने कहा कि वो एक कमरे में अपने परिवार की कल्पना करते हैं जो अब बर्बाद हो गया है. उन्होंने आगे कहा कि मुझे जो महसूस होता है वो मुझे कहना होगा. इनमें से एक घर में मैं अपने परिवार को देखता हूं जो अब ध्वस्त और अंधकारमय हो गया है. उन्होंने कहा कि मैं अपनी पोतियों को यहां से घबराहट में भागते हुए देख रहा हूं. जो मेरे परिवार का हिस्सा हैं और उनकी मौत हो गई है. इसलिए 21वीं सदी में युद्ध बेतुकापन और एक बुराई है.
महासचिव ने रूस का दौरा भी किया
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने रूस का दौरा भी किया था, इसके बाद बुधवार को वो यूक्रेन पहुंचे थे. उन्होंने ट्विटर पर कहा कि यूक्रेन को मानवीय सहायता के लिए काम करते रहेंगे और संघर्ष क्षेत्रों से नागरिकों की निकासी को भी सुरक्षित करेंगे.
आपको बता दें कि 24 फरवरी से रूस ने यूक्रेन के खिलाफ विशेष सेना अभियान चलाया हुआ है. तब से लेकर अब तक दोनों देशों के बीच सैन्य संघर्ष जारी है. इसके बाद रूस को यूक्रेन पर हमले की बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है क्योंकि अमेरिका समेत कई पश्चिमी देशों ने रूस पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए हैं जिससे रूस की अर्थव्यवस्था पर बहुत बुरा असर पड़ा है.
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