कोरोना संकट काल में दुनिया को एक नई मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है. सहारा रेगिस्तान से उड़कर आई रेत कैरेबियाई देशों के लिए बड़ी मुसीबत बनने जा रही है. बताया जाता है कि ये कई साल में सबसे घनी रेत की परत है जिसकी वजह से सूरज आसमान में दिखाई नहीं दे रहा है. यहां हवा की गुणवत्ता काफी बुरी स्थिति में पहुंच गई है. कम विजिबिलिटी के चलते चीजों का दिखना मुश्किल हो गया है. यही हाल अमेरिका का भी होने जा रहा है.
कोरोना संकट के बाद एक और खतरा
अभी ये रेत का तूफान अमेरिका के प्यूर्तो रिको और सैन जुआन में दस्तक दे चुका है. फिलहाल हवा के साथ रेत के तूफान की यात्रा करने की और आशंका जताई जा रही है.
प्यूर्तो रिको यूनिवर्सिटी में वैज्ञानिक डॉक्टर ओलगा मयोल ने बताया, "प्यूर्तो रिको में पिछले 15 साल में सबसे घनी धूल के कणों को देखा गया है." सहारन डस्ट के नाम से जाना जानेवाला रेत के तूफान का ट्वीटर पर एक पोस्ट शेयर किया गया है. जिसमें टेबल, पंखा और कार पर धूल की जमी परतों को देखा जा सकता है.
रेत का बवंडर मचा सकता है भारी तबाही
कैरेबियाई देशों में रेत की परतों को देखकर अधिकारियों ने चेतावनी जारी की है. उन्होंने लोगों को धूल से होनेवाली श्वसन संबंधी समस्या और एलर्जी के प्रति सावधान रहने को कहा है. अंदाजा लगाया जाता है कि रेत का तूफान गुरूवार और शुक्रवार तक अमेरिकी शहरों में पहुंच जाएगा. वैज्ञानिकों के मुताबिक हवा में रेत की मात्रा सामान्य से ज्यादा होने पर स्वास्थ के लिए काफी हानिकारक हो सकता है.
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