Measles in Zimbabwe: ज़िम्बाब्वे में खसरा (Measles) जमकर कहर बरपा रहा है. यहां अप्रैल से लेकर अब तक 700 बच्चों की खसरे की वजह से मौत हो चुकी है. ये जानकारी देश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी है. वहीं बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो रहे खसरे की रोकथाम के लिए कुछ लोग टीकाकरण को अनिवार्य बनाने के लिए कानून बनाने की मांग कर रहे हैं.


जिम्बावे में खसरे से 1 सितंबर को एक ही दिन में सैंतीस मौतें हुईं और 4 सितंबर तक 6,291 मामले दर्ज किए गए. लेटेस्ट आंकड़े लगभग दो सप्ताह पहले घोषित मौतों की संख्या से चार गुना से अधिक हैं. उस समय मंत्रालय ने कहा था कि 157 बच्चे जिनमें से अधिकांश का उनके परिवार की धार्मिक मान्यताओं की वजह से  टीकाकरण नहीं हुआ था, उन्होंने इस बीमारी के कारण दम तोड़ दिया.


सरकार को वैक्सीनेशन ड्राइव को आगे बढ़ान चाहिए
वहीं मेडिकल एंड डेंटल प्राइवेट प्रैक्टिशनर्स ऑफ जिम्बाब्वे एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ जोहान्स मारिसा का कहना है कि सरकार को बड़े स्तर पर चल रहे वैक्सीनेशन ड्राइव को आगे बढ़ाना चाहिए और खासतौर पर टीकाकरण विरोधी धार्मिक समूहों को लक्षित करते हुए जागरूकता कार्यक्रम भी शुरू करने चाहिए. मारिसा ने ये भी कहा, “सरकार को यह सुनिश्चित करने के लिए दंडात्मक उपायों को भी लाना चाहे ताकि कोई भी अपने बच्चों के टीकाकरण से इंकार ना कर सके.”


उन्होंने सरकार से ये अपील भी की है कि खसरा जैसी जानलेवा बीमारियों के खिलाफ टीकाकरण को अनिवार्य बनाने वाले कानून पर भी विचार किया जाए.


यूनिसेफ ने जिम्बाब्वे में खसरे से बच्चों की मौतों पर चिंता जताई
बता दें कि यूनिसेफ ने भी सोमवार को कहा था कि वह जिम्बाब्वे में खसरे से बच्चो की हो रही मौतों से काफी चिंतित है. यूनिसेफ ने कहा था कि टीकाकरण कार्यक्रमों के जरिए इस रोग के प्रकोप से निपटने में सरकार की सहायता कर रही है.


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