कोरोना संक्रमित होने के बावजूद ब्राजील के राष्ट्रपति का प्रेस कांफ्रेंस करना महंगा पड़ गया है. ब्राजील का मीडिया संघ राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो को कोर्ट में घसीटने का मन बना चुका है. संघ का कहना है कि जानबूझकर उन्होंने पत्रकारों को संक्रमण के खतरे में डाला.


दुनिया भर में महामारी के रूप में सामने आए कोरोना वायरस को हल्के में लेनेवाले ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो ने मंगलवार को खुद के पॉजिटिव होने की पुष्टि की थी. प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने बताया था कि कोरोना की जांच में उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इस दौरान संक्रमित राष्ट्रपति से कुछ पत्रकारों के माइक्रोफोन चंद फीट की दूरी पर पाए गए. जिसके बाद मीडिया समूह ने नाराजगी जताई है.


ब्राजील के राष्ट्रपति के खिलाफ मुकदमे की तैयारी


मीडिया संघ के अध्यक्ष पॉलो जेरोनीमियो डिसूजा ने अगले दिन कहा, “ये जानते हुए भी कि बोल्सोनारो कोविड-19 से संक्रमित हैं उन्होंने आपराधिक कार्य के जरिए दूसरों की जिंदगी खतरे में डाली.” उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति ने डॉक्टरों के सुझाए गए आइसोलेशन के नियमों का उल्लंघन किया और पत्रकारों को खतरे में डाला. पॉलो जेरोनीमियो डिसूजा के मुताबिक राष्ट्रपति ने ब्राजील के आपराधिक दंड संहिता की धारा 131 का उल्लंघन किया. दूसरों तक गंभीर बीमारी या संक्रमण फैलाने पर इस धारा में कानूनी प्रावधानों के बारे में बताया गया है.


पत्रकारों की जिंदगी खतरे में डालने का आरोप


उन्होंने कहा कि सिर्फ सफेद मास्क पहनकर राष्ट्रपति ने खुद को ऐसा जाहिर किया जैसे सब कुछ ठीक है. और उनका लक्षण गंभीर होने के बावजूद ऐसा संकेत दिया जिससे किसी को डरने की जरूरत नहीं. गौरतलब है कि महामारी के शुरुआती दिनों में बोल्सोनारो कोरोना वायरस को सामान्य फ्लू बता चुके हैं. उन्होंने कहा था कि अगर उन्हें कोरोना वायरस ने संक्रमित कर दिया तो इस मामूली फ्लू के कारण हार नहीं मानूंगा.


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