नई दिल्ली: डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को रेप के आरोप में दोषी पाए जाने के बाद हरियाणा-पंजाब में हुई हिंसा और आगजनी के लिए चीनी मीडिया ने भारत पर तंज कसा है. चीनी मीडिया ने भारत को यह नसीहत दी है कि पहले डेरा देखें बाद में डोकलाम की चिंता करें.


सीमा पर चल रहे डोकलाम गतिरोध के बीच चीनी मीडिया ने अपने हिसाब से इस मामले में भारत के रुख को उजागर किया है. 38 लोगों की मौत की खबर बताने वाली चीनी मीडिया ने इसे 'भारत के संकट का उजागर होना' करार दिया है. चीनी मीडिया ने भारत को नसीहत देते हुए कहा कि पहले अंदरूनी गतिरोध का हल निकालें बाद में डाकलाम की चिंता करें.

चीनी सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने सोमवार को लिखा, ''दंगों को शांत करना भारत का आंतरिक मामला है और चीन को उम्मीद है कि भारत सरकार जल्द ही इस अशांति को दबाने में कामयाब होगी. लेकिन जैसा कि बीजिंग और नई दिल्ली के बीच कुछ समय से डोकलाम गतिरोध चल रहा है... हमें चिंता इस बात की है कि अगर भारत में दंगों में वृद्धि हुई तो घरेलू संघर्ष से लोगों का ध्यान हटाने लिए भारत सीमा विवादों का इस्तेमाल कर सकता.''

ग्लोबल टाइम्स ने एक टिप्पणी में कहा कि भारत कई सामाजिक समस्याओं से परेशान है. चीन को ये उम्मीद है कि भारत जितनी जल्दी हो सके चीनी क्षेत्र से अपने सैनिकों को वापस हटाएगा और अपना ध्यान घरेलू गतिरोध को दबाने के ऊपर ध्यान केंद्रित करेगा. अपने घरेलू संघर्षों को डोकलाम सीमा विवाद से जोड़ना भारत के लिए बहुत बड़ा नुकसानदेह साबित होगा.

चीनी मीडिया ने यह टिप्पणी की कि, डेरा प्रमुख की लोकप्रियता ने इस बात पर जोर डाला कि भारत में परंपराओं और आधुनिकीकरण के बीच उग्र संघर्ष है. भारतीय हमेशा अपने देश को दुनिया में पवित्रता का गढ़ मानते हैं, लेकिन इस अंधविश्वासी और पुरानी परंपरागत भावना ने भारत के आधुनिकीकरण को भड़काया है.