Pakistan Economic Crisis: 'IMF से 1 अरब डॉलर की मदद मिलने के बाद भी...', पाकिस्तान के पूर्व वित्त मंत्री का दावा
Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान के पूर्व वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल का कहना है कि पाकिस्तान को IMF से 1 करोड़ डॉलर की मदद मिलने के बाद भी डिफ़ॉल्ट होने का खतरा बना रहेगा.
Pakistan: आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रहीं हैं. पड़ोसी मुल्क पर डिफॉल्ट होने का खतरा मंडरा रहा है. लोगों का जीवन स्तर दयनीय स्थिति में पहुंच चुका है. इससे पहले भी सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के कई वीडियो वायरल हो चुके हैं, जिसमें देखा गया है कि लोग कैसे बुनियादी जरूरतों के लिए तरस रहे हैं. इसी बीच पाकिस्तान के पूर्व वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल का कहना है कि देश पर मंडराता डिफॉल्ट होने का जोखिम खत्म नहीं हो सकता है.
सिर्फ इतना ही नहीं, मिफ्ताह इस्माइल का दावा है कि अगर पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से 1 करोड़ डॉलर का बेलआउट पैकेज भी मिल जाता है तो हालात बहुत नहीं बदलने वाले. देश पर डिफ़ॉल्ट होने का खतरा बना रहेगा. यानी इस्माइल का साफ़ तौर पर कहना है कि आईएमएफ से मदद मिलने के बाद भी पाकिस्तान डिफॉल्ट होने से नहीं बच सकता है.
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था का बुरा दौर
एक न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि चुनाव के बाद जो भी सरकार सत्ता में आएगी, उसे आईएमएफ से नए सिरे से बेलआउट पैकेज पाने की जरूरत होगी. डॉलर के मुकाबले गिरते पाकिस्तानी रुपये का जिक्र करते हुए इस्माइल ने कहा कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के लिए यह एक बुरा दिन था कि रुपया डॉलर के मुकाबले 300 के करीब पहुंच गया था और ब्याज दर 20 फीसदी तक पहुंच गई थी.
पाकिस्तान के मित्र देश उससे नाराज हैं
उन्होंने अपनी बातचीत के दौरान कहा कि पाकिस्तान के चालू खाता घाटे के 8 अरब डॉलर तक पहुंचने का आईएमएफ का अनुमान उचित नहीं है. इस दौरान पूर्व वित्त मंत्री ने अपने ही देश पर वादों से मुकरने का आरोप लगाते हुए कहा कि पाकिस्तान के मित्र देश उससे नाराज हैं, क्योंकि वह जो कहता है वह करता नहीं है. सरकार को सलाह देते हुए पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि हमें आईएमएफ के साथ सौदा सुरक्षित करने की जरूरत है.
बता दें कि पाकिस्तान में लोग खाने-पीने की चीजों के लिए लड़ते-झगड़ते दिख रहे हैं. ऐसे कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके हैं. जनता जबरदस्त महंगाई का सामना कर रही है. आर्थिक संकट ने छंटनी और रोजगार संकट जैसे हालात भी पैदा कर दिए हैं.