Military Coup In Gabon: नाइजर के बाद अब एक अन्य अफ्रीकी देश गैबॉन में भी तख्तापलट हो गया है. गैबॉन की सेना के अधिकारियों ने तख्तापलट का ऐलान करते हुए कहा कि उन्होंने 2009 से सत्ता में रहे राष्ट्रपति अली बोंगो ओन्डिम्बा को भी नजरबंद कर दिया है. रॉयटर्स के रिपोर्ट के मुताबिक सेना के अधिकारियों ने तख्तापलट की जानकारी एक टीवी चैनल के माध्यम से दी.
रिपोर्ट के अनुसार तख्तापलट के बाद 64 वर्षीय राष्ट्रपति अली बोंगो ओन्डिम्बा को उनके घर में नजरबंद कर दिया गया है. वहीं, उनके एक बेटे को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है. बता दें कि बोंगो परिवार गैबॉन में 55 सालों से अधिक समय से शासन कर रहा है. रिपोर्ट के अनुसार, सैन्य कार्रवाई के बाद राजधानी लिब्रेविले में सड़कों पर जश्न मनाया गया.
सभी संस्थाएं हुई भंग
रिपोर्ट के अनुसार हाल ही में सम्पन्न हुए राष्ट्रपति चुनाव में ओंडिम्बा की जीत की घोषणा के तुरंत बाद राजधानी में हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए थे. इन हिंसक प्रदर्शनों के बीच सैनिकों ने सरकारी टेलीविजन पर सत्ता अपने हाथ में लेने का दावा किया. इतना ही नहीं सैनिकों ने राष्ट्रगान गाना भी शुरू कर दिया. नेशनल टेलीविजन पर तख्तापलट का ऐलान करने के बाद एक सैन्य अधिकारी ने घोषणा किया कि सभी सरकारी संस्थाएं भंग कर दी गई हैं, साथ ही चुनाव परिणाम भी रद्द कर दिए गए हैं और सीमाएं बंद कर दी गई हैं.
सेना ने टीवी पर किया तख्तापलट का ऐलान
अपने संबोधन में सैन्य अधिकारी ने कहा कि आज देश एक गंभीर राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक संकट से गुजर रहा है. रिपोर्ट के अनुसार, जब एक सेना का अधिकारी टीवी पर देश को संबोधित कर रहा था तब उसके साथ सेना के एक दर्जन कर्नल, रिपब्लिकन गार्ड के सदस्य, नियमित सैनिक और अन्य लोग मौजूद थे.
चुनाव की पारदर्शिता पर उठाया सवाल
तख्तापलट के दौरान सेना के अधिकारियों ने आरोप लगाया कि देश में हुए चुनाव पारदर्शिता की शर्तों को पूरा नहीं करते हैं, जिसकी गैबॉन के लोगों को बहुत उम्मीद थी. गौरतलब है कि राष्ट्रपति अली बोंगो को साल 2009 में अपने पिता उमर से सत्ता विरासत में मिली थी. वे लगातार तीसरी बार राष्ट्रपति पद के लिए चुने गए थे.