खगोलविदों ने मिल्की वे जिसे हम आकाशगंगा के नाम से भी जानते हैं, वहां रहने के लिए सबसे अच्छा समय और स्थान खोज निकाला है और ये स्थान पृथ्वी पर नहीं है. शोधकर्ताओं के अनुसार अंतरिक्ष के इन स्थानों पर गामा रे फटती है और सुपरनोवा के खिलाफ सबसे अच्छा संरक्षण होता है जो घातक विकिरण के साथ अंतरिक्ष को नष्ट कर देता है.


वहीं नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर एस्ट्रोफिज़िक्स और इटली में इंसुब्रिया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने एक अध्ययन किया था जिसमें मिले निष्कर्षों को खगोल विज्ञान और खगोल भौतिकी पत्रिका में प्रकाशित किया गया था. दरअसल, ब्रह्मांड में शक्तिशाली ब्रह्मांडीय विस्फोट होते हैं, जो बड़ी मात्रा में ऊर्जा को अपने परिवेश में छोड़ते हैं. अविश्वसनीय रूप से ऊर्जावान घटनाएं जैसे कि गामा किरणों का फटना और सुपरनोवा अंतरिक्ष के माध्यम से लौकिक विकिरण को भेजे जाते हैं.


एक अध्ययन के मुताबिक :


वहीं इंसब्रिया और INAF सहयोगी विश्वविद्यालय में पीएचडी के छात्र रिकार्डो स्पिनेली के नेतृत्व में एक टीम ने अध्ययन किया जिनके मुताबिक 6 बिलियन साल पहले तक मिल्की वे के परिधीय क्षेत्रों को छोड़कर उच्च स्टार गठन और कम धातु के कारण कुछ विस्फोटक घटनाएं होती थीं.


लेखक स्पिनेली का बयान:


4 अरब साल पहले तारकीय पीढ़ियों की उत्पादित भारी तत्वों की वृद्धि ने जीआरबी की आवृत्ति को कम कर दिया था, जिससे आकाशगंगा केंद्र के 6500 और 26,000 प्रकाश वर्ष के बीच आकाशगंगा के सबसे मध्य क्षेत्रों में एक सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित किया गया. वहीं शोधकर्ताओं ने कहा कि ये जगह केंद्र से सूर्य की दूरी के अनुरूप है, जहां स्थलीय ग्रह सबसे प्रचुर मात्रा में हैं.


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