पाकिस्तान में इस बार इमरान खान की सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. उनके खिलाफ शुक्रवार को नेशनल असेंबली की बैठक बुलाई गई है. इस पर प्रतिक्रिया देते हुये इमरान सरकार के एक मंत्री असद उमर ने इस सियासत के पीछे गैर-मुल्कों और भारत को जिम्मेदार बताया है.


असद उमर ने इमरान सरकार के खिलाफ नेशनल असेंबली में लाये जा रहे अविश्वास प्रस्ताव पर प्रतिक्रिया देते हुये कहा कि पाकिस्तान में आज जो भी हालात है उसके पीछे सिर्फ पाकिस्तान के लोगों का हाथ नहीं है गैर मुल्की ताकत भी इसके पीछे है. इसके पीछे नवाज शरीफ और मोदी जी की कुर्बत (निकटता) भी है. 


क्या है पूरा मामला ?


दरअसल इमरान खान के विरोध में इस समय पूरा विपक्ष और सेना इमरान को उनके पद से हटाना चाहते हैं इसके लिये पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव  लाने के लिये संसद का सत्र बुलाने की मांग की है. आपको बता दें कि पाकिस्तान की विधानसभा में कुल 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में 172 वोटों की जरूरत है.


इमरान की पार्टी के सदन में 155 सदस्य हैं और सरकार में बने रहने के लिए उन्हें कम से कम 172 सांसदों की जरूरत है. उनकी पार्टी बहुमत के लिए कम से कम छह राजनीतिक दलों के 23 सदस्यों का समर्थन ले रही है. प्रधानमंत्री के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले सत्तारूढ पार्टी के करीब 24 बागी सांसद खुलकर विरोध में उतर आए हैं, जबकि सरकार ने विपक्षी दलों पर सांसदों की खरीद-फरोख्त के आरोप लगाये हैं.


बागियों से क्या बोले इमरान


इस बीच, इमरान खान ने अपनी पार्टी के बागी सांसदों से कहा है कि यदि पार्टी में वापस आ जाते हैं तो वह उन्हें माफ करने को तैयार हैं. साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि जो बागी सांसद उनकी बातों पर ध्यान नहीं देते हैं उन्हें ‘सामाजिक बहिष्कार’ का सामना करने को तैयार रहना चाहिए. इमरान खान ने हालिया स्थिति को लेकर कोर ग्रुप से सम्पर्क किया है. उन्होंने अपने समर्थकों से कहा है कि अविश्वास प्रस्ताव गिर जाएगा.


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