ईरानी सेना का कबूलनामा- गलती से मार गिराया यूक्रेन का यात्री विमान, 176 की हुई थी मौत
ईरान ने आखिरकार ये मान लिया कि उसकी सेना ने ही यूक्रेन के यात्री विमान को मार गिराया था. इस क्रैश में 176 यात्रियों की मौत हो गई थी.
तेहरान: अमेरिका और ईरान के बीच जारी तनाव के बीच बड़ी खबर सामने आयी है. यूक्रेन के यात्री विमान हादसे को लेकर ईरान ने बड़ा कुबूलनामा किया है. ईरान की सेना ने बयान जारी कर कहा है कि मानवीय चूक से यूक्रेन का यात्री विमान मार गिराया था. बता दें कि 8 जनवरी को ईरान में यूक्रेन का विमान क्रैश हुआ था. इस क्रैश में 176 यात्रियों की मौत हो गई थी.
ईरान के विदेश मंत्री ने मांगी माफी ईरान के विदेश मंत्री ने ट्वीट किया, ''ये एक दुखद दिन है, हमारी सेना द्वारा की गयी शुरूआती जांच में ये पाया गया है कि अमेरिकी दुस्साहस की वजह से इंसानी गलती हुई जो एक बड़े हादसे में तब्दील हो गयी. हमें इसका दुख है और हम अपने लोगों, उनके परिवारों और उन देशों से माफी मांगते हैं जो इस हादसे का शिकार हुए .''
A sad day. Preliminary conclusions of internal investigation by Armed Forces:
Human error at time of crisis caused by US adventurism led to disaster Our profound regrets, apologies and condolences to our people, to the families of all victims, and to other affected nations. ???? — Javad Zarif (@JZarif) January 11, 2020
पहले ऐसे किसी भी कदम से इनकार कर रहा था ईरान शुरुआत में ईरान ने इस तरह के किसी भी हमले से इनकार किया था. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिस ट्रूडो समेत कई देशों ने ईरान इसके लिए ईरान को जिम्मेदार बताया था. इससे पहले अमेरिकी मीडिया ने एक वीडियो के जरिए दावा किया था कि ईरानी मिसाइल ने यूक्रेन के बोइंग 737 को गिराया था.
विमान हादसे के बारे में जानें 8 जनवरी को यूक्रेन इंटरनेशनल एयलाइंस की बोइंग 737-800 ने ईरान में तेहरान के इमाम खुमैनी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से सुबह 6 बजकर 12 मिनट पर उड़ान भरी थी. यात्री विमान को तेहरान से यूक्रेन के कीव जाना था लेकिन उड़ान भरने के सिर्फ दो मिनट बाद विमान ने सिग्नल खो दिया था.
विमान में 167 यात्री और 9 क्रू मेंबर सवार थे. अलग अलग देशों की बात करें तो विमान में ईरान के 82, कनाडा के 63, यूक्रेन के 11, स्वीडन के 10, अफगानिस्तान के 4 और यूके और जर्मनी के 3-3 यात्री सवार थे.