Hezbollah Attack: इजरायल नियंत्रित गोलान हाइट्स पर हुए हमले ने नया मोड़ ले लिया है. कुछ लोग अब इसे इजरायल के डिफेंस सिस्टम आयरडोम का फेलियर मान रहे हैं, वहीं कुछ ने दावा किया है कि हमला आयरन डोम से ही हुआ है. मामले के तूल पकड़ने के बाद अमेरिका ने पूरे मामले का निस्तारण किया है. इजरायल पर हुए इस हमले के दौरान देश के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अमेरिका दौरे पर हैं, फिलहाल वो यात्रा का समय कम करके इजरायल लौटने वाले हैं. 


दरअसल, इजरायल के नियंत्रण वाले क्षेत्र गोलान हाइट्स में शनिवार को एक फुटबॉल मैदान में रॉकेट हमला हुआ, जिसमें कम से कम 12 किशोरों और बच्चों की मौत हो गई. इसके साथ ही करीब 29 लोग घायल हुए. इस हमले को 7 अक्टूबर को हमास की तरफ से किए गए हमले के बाद, इजरायल पर सबसे बड़ा हमला बताया जा रहा है. इजरायल ने इस हमले के लिए लेबनान के चरमपंथी समूह हिजबुल्लाह को जिम्मेदार ठहाराया है. लेकिन हिजबुल्लाह ने अपने ऊपर लगाए गए आरोप को सिरे से नकार दिया है. 


आयरन डोम का बताया जा रहा फेलियर
दूसरी तरफ अब इस हमले के लिए बगैर किसी सबूत के इजरायल के डिफेंस सिस्टम आयरन डोम का फेलियर बताया जा रहा है. शुरुआत में जो सोशल मीडिया हैंडल इसे हिजबुल्लाह का अटैक बता रहे थे, अब उन्होंने अपनी पोस्ट डिलीट करके इजरायल का 'फॉल्स फ्लैग ऑपरेशन' बता रहे हैं. इजरायल के खिलाफ लिखने वाले अल अरबी चैनल की एक पत्रकार ने दावा किया कि एक एंबुलेंस ड्राइवर ने किसी अन्य शख्स से सुना है कि गिरने वाली मिसाइल आयरन डोम की थी. इनका आरोप है कि इजरायल ने ही गोलान हाइट्स में हमला किया है. लेकिन इस तरह के आरोपों की अमेरिका ने हवा निकाल दी है. 


अमेरिका ने कहा, हिजबुल्लाह ने ही दागे रॉकेट
अल अरबिया इंग्लिश चैनल की रिपोर्ट ने एक अमेरिकी अधिकारी के हवाले से दावा किया है कि शनिवार को गोलान हाइट्स में गिरी मिसाइल बगैर किसी संदेह के हिजबुल्लाह की थी. इजरायली सेना ने भी कहा है कि रॉकेट लेबनान की तरफ से दागे गए हैं. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने चेतावनी दी है कि इस हमले के लिए हिजबुल्लाह को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. इजरायली सेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने इस हमले को 7 अक्टूबर को किए गए हमास हमले के बाद इजरायल के नागरिकों पर हुआ सबसे घातक हमला बताया है. 


हमले से पहले सीमापार हुई थी हिंसा
दरअसल, इस हमले से पहले सीमा पार से हिजबुल्लाह ने अपने तीन लड़ाकों को मारे जाने की बात स्वीकार की थी. हालांकि, उसने यह नहीं बताया कि हिंसा कहां पर हुई. दूसरी तरफ इजरायली सेना ने बताया कि उसके एयरफोर्स ने सीमावर्ती गांव कफर किला में हिजबुल्ला के हथियार डिपो को निशाना बनाया था. हमले के समय उस स्थान पर आतंकी मौजदू थे. इजरायल पर हुए हमले के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा है कि नेतन्याहू जल्द ही अमेरिका से स्वदेश लौट रहे हैं. यहां आने के बाद वे सुरक्षा कैबिनेट की मीटिंग लेंगे.  


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