पहले एस्ट्राजेनेका और फिर फाइजर की कोविड-19 वैक्सीन का मिला हुआ डोज लोगों के एंडीबॉडी लेवल में छह गुना इजाफा करता है. ये खुलासा दक्षिण कोरिया में किए गए रिसर्च से हुआ है. रिसर्च को 449 मेडिकल कर्मियों पर किया गया था. शोधकर्ताओं ने 100 कर्मियों को दो वैक्सीन में से प्रत्येक को एक डोज दिया, 200 ने फाइजर-बायोएनटेक का दो डोज इस्तेमाल किया और बाकी बचे स्वास्थ्य कर्मियों को एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन का दो डोज इस्तेमाल कराया गया.
एस्ट्राजेनेका-फाइजर मिक्स वैक्सीन के डोज से बढ़ा एंटीबॉडी
नतीजों को जानने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों में दो वैक्सीन के एक, एक डोज इस्तेमाल कराकर असर को जांचा गया. रिसर्च के मुताबिक, एस्ट्राजेनेका की कोविड-19 वैक्सीन पहली बार जबकि फाइजर की वैक्सीन को दूसरे डोज के तौर पर इस्तेमाल कराने से कोरोना वायरस को निष्क्रिय करनेवाली एंटीबॉडी का लेवल एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन के दो डोज की तुलना में छह गुना बढ़ गया.
नतीजों ने चौंकाया
शोधकर्ताओं ने बताया कि सभी लोगों में एंटीबॉडी का पता चला, जिसने वायरस को सेल्स में दाखिल होने और नकल बनाने से रोक दिया और दो प्रकार की वैक्सीन इस्तेमाल करनेवाले लोगों में एंटीबॉडी की समान मात्रा फाइजर के दो डोज इस्तेमाल करनेवाले ग्रुप के जैसा पाया गया. इससे पहले ब्रिटेन में एक रिसर्च के दौरान इसी तरह के नतीजे सामने आए थे. उसमें पहले एस्ट्राजेनेका और फिर फाइजर की वैक्सीन वॉलेंटियर को इस्तेमाल कराया गया, जिससे उनमें बननेवाली एंटीबॉडी लेवल एस्ट्राजेनेका के दो डोज इस्तेमाल करनेवालों से ज्यादा मजबूत था.
एजेंला मार्केल भी ले चुकी हैं दो अलग वैक्सीन
ऑक्सफोर्ड की रिसर्च में बताया गया कि एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन के बाद फाइजर की वैक्सीन ने चार सप्ताह के अंतराल से देने पर 830 वॉलेंटियर में एस्ट्राजेनेका की दो डोज के मुकाबले बेहतर रोग प्रतिरोधक क्षमता पैदा किया. वैक्सीन का मिश्रण नया नहीं है क्योंकि जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल भी दो अलग-अलग वैक्सीन की डोज ले चुकी हैं.
फिलहाल और डेटा की भी जरूरत
पिछले महीने एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन लेने के बाद मॉडर्ना की वैक्सीन का मिक्स डोज इस्तेमाल किया. यूरोपीय मेडिसीन एजेंसी ने सुझाया है कि अलग-अलग वैक्सीन को मिक्स करना प्रभावी हो सकता है, उसने ये भी कहा है कि इस मुद्दे पर बारीकी से निगरानी की जा रही है और किसी सटीक नतीजे पर पहुंचने से पहले ज्यादा डेटा की जरूरत है.
बताया जाता है कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन लगवाने के बाद अपने दूसरे डोज के तौर पर मॉडर्ना की वैक्सीन का विकल्प चुना. कनाडा में टीकाकरण पर राष्ट्रीय सलाहकार कमेटी ने कहा था कि एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन के बाद दूसरे डोज के लिए एमआरएनए आधारित वैक्सीन को प्राथमिकता दी जा सकती है.