मॉडर्ना ने 12-17 साल के किशोर पर कोरोना वैक्सीन के आपात इस्तेमाल की अमेरिकी ड्रग रेगुलेटर से मांगी इजाजत
मॉडर्ना के हाल के ट्रायल डेटा से यह पता चलता है कि यह किशोर आयु-वर्ग के लोगों को लिए पूरी तरह से सुरक्षित है. अगर इसे मंजूरी मिल जाती है तो अमेरिका में 2021 में स्कूल खुलने से पहले बच्चों के वैक्सीनेशन में यह दूसरा विकल्प होगा.
कोरोना वैक्सीन बनाने वाली दवा कंपनी मॉडर्ना अमेरिकी ड्रग्स रेगुलेटर फूड्स एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन से 12-17 आयुवर्ग के किशोरों के लिए आपात इस्तेमाल की मंजूरी मांगी है. ऐसा दूसरी बार है जब एफडीए से मॉडर्ना को वैक्सीन की मंजूरी मिलेगी. इससे पहले सभी वयस्कों पर मॉडर्ना वैक्सीन के इस्तेमाल की पहले ही इजाजत मिल चुकी है और काफी संख्या में यह वैक्सीन वहां पर लगाई जा चुकी है.
मॉडर्ना के हाल के ट्रायल डेटा से यह पता चलता है कि यह किशोर आयुवर्ग के लोगों को लिए पूरी तरह से सुरक्षित है. अगर इसे मंजूरी मिल जाती है तो अमेरिका में 2021 में स्कूल खुलने से पहले बच्चों के वैक्सीनेशन में यह दूसरा विकल्प होगा. इससे करीब चार हफ्ते पहले फाइजर-बायोएनटेक की वैक्सीन को किशोर आयुवर्ग पर इस्तेमाल की इजाजत दी जा चुकी है.
एफडीए की तरफ से जब मॉडर्ना की वैक्सीन को दिसंबर 2020 में मंजूरी दी गई थी उस वक्त इसे सिर्फ 18 वर्ष और उसके ऊपर के लोगों पर इस्तेमाल की इजाजत दी गई थी. हालांकि, हाल के ट्रायल डेटा से यह साफ है कि जिन बच्चों को यह वैक्सीन लगाई गई वे दूसरी खुराक के बाद बीमार नहीं पड़े थे जबकि प्लेसीबो दिए गए चार बच्चे बाद में कोरोना पॉजिटिव पाए गए.
मॉडर्ना के मुताबिक, यह सौ फीसदी वैक्सीन प्रभावोत्पादकता के अनुरूप है. इससे करीब चार हफ्ते पहले फाइजर-बायोएनटेक की वैक्सीन को एफडीए ने 12-15 आयुवर्ग के किशोर पर इस्तेमाल की इजाजत दी थी.
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