अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए मोदी सरकार लाई 2 वीजा स्कीम, जानें कैसे कर सकते हैं अप्लाई
Visa Rules: भारत ने विदेशी छात्रों के लिए 'ई-स्टूडेंट वीजा' और 'ई-स्टूडेंट-एक्स वीजा' की नई योजना शुरू की है, जिससे उन्हें भारतीय शैक्षणिक संस्थानों में उच्च शिक्षा प्राप्त करने में सुविधा होगी.
India Education: भारत सरकार ने विदेशी छात्रों के लिए दो विशेष वीजा कैटेगरी 'ई-स्टूडेंट वीजा' और 'ई-स्टूडेंट-एक्स वीजा' शुरू की है. ये वीजा उन स्टूडेंट्स के लिए हैं जो भारत के शैक्षणिक संस्थानों में उच्च शिक्षा हासिल करना चाहते हैं. ये कदम 'स्टडी इन इंडिया' (SII) पोर्टल के माध्यम से विदेशी छात्रों को सुविधा देने के उद्देश्य से उठाया गया है.
'ई-स्टूडेंट वीजा' मुख्य रूप से SII पोर्टल पर रजिस्टर्ड स्टूडेंट्स के लिए है जबकि 'ई-स्टूडेंट-एक्स वीजा' उनके आश्रितों के लिए है. SII पोर्टल विदेशी छात्रों के लिए भारत में प्रवेश प्रक्रिया को आसान बनाता है. इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के बाद छात्र अपनी आवेदन स्थिति, कॉलेज, कोर्स की जानकारी और वीजा प्रक्रिया को ट्रैक कर सकते हैं. हर छात्र को SII पोर्टल पर एक यूनिक SII ID दी जाती है जो आगे की सभी प्रक्रियाओं के लिए जरूरी है.
ऐसे करें आवेदन
- छात्र को वीजा अप्लाई पोर्टल https://indianvisaonline.gov.in/ पर जाकर आवेदन करना होगा.
- आवेदन की सत्यता SII पोर्टल से रजिस्ट्रेशन आईडी के माध्यम से वेरिफाई की जाएगी.
- आवेदन प्रक्रिया में नाम, देश, जन्म तिथि, मोबाइल नंबर और ईमेल जैसे डिटेल्स दर्ज करना होगा.
- वीजा के लिए अप्लाई तभी किया जा सकता है जब छात्र को SII पोर्टल पर सूचीबद्ध संस्थानों से एडमिशन ऑफर मिल जाएगा.
- 'ई-स्टूडेंट वीजा' उन छात्रों को दिया जाएगा जो भारत में फुल टाइम कोर्स, जैसे स्नातक, स्नातकोत्तर, पीएचडी, और बाकी मान्यता प्राप्त कार्यक्रमों में एडमिशन लेते हैं.
- ये वीजा अधिकतम पांच सालों तक मान्य होगा और इसे भारत में रहते हुए बढ़ाया भी जा सकता है.
- वीजा धारक भारत के किसी भी इमिग्रेशन चेकपॉइंट से देश में एंट्री कर सकते हैं.
- SII कार्यक्रम भारत सरकार की एक प्रमुख पहल है जिसमें 600 से ज्यादा संस्थान और 8,000 से ज्यादा कोर्स शामिल हैं. छात्र इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, कृषि, कला, भाषा अध्ययन, और योग जैसे अलग-अलग क्षेत्रों में अध्ययन कर सकते हैं.
- ये पहल छात्रों को भारत की टॉप कॉलेजों में पढ़ाई करने का अवसर और उन्हें अपने पसंदीदा कोर्स को सेलेक्ट करने का ऑप्शन देती है.
अंतरराष्ट्रीय शिक्षा के क्षेत्र में भारत की पहल
ये कदम भारत को अंतरराष्ट्रीय शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रमुख केंद्र बनाने के साथ-साथ वैश्विक छात्रों को बेहतर शिक्षा देने के लिए एक बड़ा मंच प्रदान करता है.
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