Maldives Latest News: मालदीव में राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद आज (05 फरवरी 2024) पहली बार मोहम्मद मुइज्जू ने संसद में भाषण दिया. इस दौरान उन्होंने कहा है कि 10 मई तक भारतीय सैनिक मालदीव छोड़कर चले जाएंगे. यही नहीं उन्होंने अपने भारत विरोधी रुख को दोहराते हुए कहा कि देश अपनी संप्रभुता में किसी बाहरी हस्तक्षेप की अनुमति नहीं देगा. 


भाषण के दौरान मुइज्जू ने कहा कि भारत और मालदीव इस बात पर सहमत हुए हैं कि भारतीय सैनिक 10 तक अपने देश लौट जाएंगे. 3 विमानन प्लेटफार्मों में से 1 प्लेटफार्म को वह 10 मार्च तक छोड़ देंगे. बाकी के 2 प्लेटफार्मों से वह 10 मई तक जाएंगे.


विपक्ष कर रही थी बहिष्कार


इससे पहले विपक्षी पार्टी डेमोक्रेट्स लगातार मोहम्मद मुइज्जू की सरकार का बहिष्कार कर रही थी. वह उन 3 मंत्रियों के नियुक्ति की आलोचना कर रहे थे जिन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. 


रविवार की रात को MDP ने एक बयान में कहा था, 'हमारा बहिष्कार सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों की निंदा है, जो लोकतंत्र काफी दूर होती जा रही है.' इससे पहले दोनों पार्टियों ने भारत विरोधी रुख के लिए मुइज्जू वाली सरकार की आलोचना की थी.


मुइज्जू का चीन की तरफ है झुकाव


मालदीव के नए राष्ट्रपति मुइज्जू का झुकाव चीन की तरफ नजर ज्यादा नजर आता है. उन्होंने 15 नवंबर 2023 को मालदीव के नए राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली थी. उनसे पहले की सरकार भारतीय समर्थक मानी जाती थी. 


मालदीव में राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद मुइज्जू ने अपना पहला विदेशी दौरा चीन किया था. ये बात भी भारत को चुभ रही है. दरअसल, उनसे पहले मालदीव में जो राष्ट्रपति चुनाव जीतते थे वह पहले भारत का दौरा करते थे. 


इसके अलावा भारत की आपत्ति के बावजूद मालदीव ने एक चीनी जहाज को माले बंदरगाह पर रुकने की अनुमति थी. जिसके बाद यह कयास लगाए जा रहे हैं कि यह कार्य चीनी सेना द्वारा अमेरिका और भारत की जासूसी के लिए किया गया था.


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