India-Maldives Relations: मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू PM मोदी के शपथ ग्रहण में शामिल होंगे नहीं? आ गई बड़ी अपडेट
India-Maldives Relations: मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के लिए पड़ोसी देशों को निमंत्रण भेजा गया है. इन देशों में मालदीव भी शामिल है. इसे मालदीव को रिश्ता सुधारने के लिए एक मौका के तौर पर देखा जा रहा है.
India-Maldives Relations: भारत में हुए लोकसभा चुनाव में एक बार फिर एनडीए को बहुमत हासिल हुआ है, लेकिन बीजेपी अकेल बहुमत का आंकड़ा पार करने विफल हुई है. एनडीए के समर्थन से एक बार फिर नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बनने वाले हैं. 9 जून को पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह को लेकर भारत के पड़ोसी देशों को आमंत्रित किया गया है. इसमें खास बात यह है कि मालदीव को भी आमंत्रित किया गया है, जबकि लंबे समय से मालदीव-भारत के बीच तनाव चल रहा है.
भारत के पड़ोसी देशों- बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, मालदीव, मॉरीशस, सेशेल्स और श्रीलंका के नेताओं को सपथ ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रित किया गया है, इसे हिंद महासागर के देशों के साथ सहयोग के तौर देखा जा रहा है. दूसरी तरफ मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने सत्ता में आने के लिए इंडिया आउट कैंपेन चलाया और सत्ता में आने के बाद भारतीय सैनकों को वापस भेज दिया.
साल 2019 में मालदीव को नहीं दिया गया न्योता
मालदीव के रिश्ते अब चीन के साथ गहरे होते जा रहे हैं, जो भारत को टेंशन देने वाले हैं. इसके अलावा जनवरी महीने में मालदीव के मंत्रियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया था. अब भारत के मोहम्मद मुइज्जू को आंत्रित करके एक बार फिर संबंध सुधारने का मौका दिया है. इससे पहले साल 2014 में मालदीव को आमंत्रित किया गया था, तब मालदीव के तत्कालीन राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन भारत आए थे. वहीं साल 2019 के शपथ ग्रहण में मालदीव को आमंत्रित नहीं किया गया था.
मोदी ने पड़ोसी देश के नेताओं को किया फोन
बताया जा रहा है कि बुधवार को पीएम मोदी ने अलग-अलग फोन करके बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, श्रीलंका और मॉरीशस के नेताओं को सपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया. इसके अलावा गुरुवार को सभी सातों देशों को आमंत्रण की चिट्ठी भेजी गई. इस हिंद महासागर क्षेत्र में द्वीप देशों के साथ घनिष्ठ संबंध बनाने और सहयोग बढ़ाने के तौर पर देखा जा रहा है.
भारत आएंगे मोहम्मद मुइज्जू
मोहम्मद मुइज्जू को आमंत्रित करने का निर्णय यह संदेश देता है कि भारत मालदीव के साथ संबंध और सहयोग को जारी रखना चाह रहा है. गुरुवार देर रात को मुइज्जू ने आमंत्रण स्वीकार करने की पुष्टि की है. मालदीव के अधिकारियों ने बताया कि शपथ ग्रहण में मोहम्मद मुइज्जू और विदेश मंत्री मूसा जमीर जाएंगे. इनके साथ उनके मंत्रिमंडल के तीन सदस्य होंगे. मालदीव की सत्ता में आने के बाद मुइज्जू की यह पहली भारत यात्रा होगी. मुइज्जू इसके पहले चीन और तुर्की की यात्रा कर चुके हैं.
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