युद्ध को लेकर इमरान के बयान पर पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा- 'हमारी परमाणु नीति में नहीं होगा कोई बदलाव'
परमाणु हथियारों को लेकर पाकिस्तान ने एक बार फिर दोहरी चाल चली है. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि परमाणु हथियार को लेकर उनके रुख नहीं बदले हैं.
इस्लामाबाद: परमाणु हथियार को लेकर पाकिस्तान ने एक बार फिर दोहरी रणनीति दिखाई है. प्रधानमंत्री इमरान खान के बयान के बाद पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि वह अपनी परमाणु नीति में कोई बदलाव नहीं करेगा. विदेश मंत्रालय ने अपने प्रधानमंत्री इमरान खान के उस बयान से सहमति जताई कि दो परमाणु संपन्न देशों के बीच युद्ध नहीं होना चाहिए. कल इमरान खान ने कहा था कि पाकिस्तान पहले परमाणु हथियारों का इस्तेमाल नहीं करेगा.
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने ट्वीट करके कहा है, "दो परमाणु शक्तियों के बीच पाकिस्तान के रुख पर प्रधानमंत्री की टिप्पणी को मुद्दे से हटकर समझ लिया गया है. दो परमाणु हथियार संपन्न देशों के बीच कभी संघर्ष नहीं होना चाहिए, हालांकि पाकिस्तान ने अपने परमाणु नीति के संबंध में कोई बदलाव नहीं किया है."
Prime Minister’s comments on Pakistan’s approach towards conflict between two nuclear armed states are being taken out of context. While conflict should not take place between two nuclear states, there’s no change in Pakistan’s nuclear policy.
— Dr Mohammad Faisal (@ForeignOfficePk) September 2, 2019
इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने गवर्नर हाउस में जुटे सिख समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा था कि उनका देश कभी भी भारत के साथ युद्ध की शुरुआत नहीं करेगा. उन्होंने कहा, ''हम कभी भी युद्ध शुरू नहीं करेंगे. पाकिस्तान और भारत दोनों परमाणु शक्तियां हैं और अगर तनाव बढ़ा तो दुनिया खतरे का सामना करेगी.'' उन्होंने कहा कि युद्ध किसी समस्या का समाधान नहीं है.
रेल मंत्री ने दी थी युद्ध की धमकी
इससे पहले कई बार इमरान खान परमाणु हथियार के प्रयोग करने को लेकर बयान दे चुके हैं. हाल ही में उन्होंने कहा था कि दोनों तरफ परमाणु हथियार हैं. अगर युद्ध हुआ तो दोनों देशों के साथ पूरी दुनिया तबाह होगी.
इससे पहले पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख रशीद अहमद ने कहा था कि दोनों देशों के बीच अक्टूबर या नवंबर में युद्ध होगा. पाकिस्तान के कई बड़े नेता परमाणु हमले की भी चेतावनी देते रहे हैं.
'वार्ता के जरिए ही हो सकता है कश्मीर मुद्दे का हल'
इस दौरान इमरान खान ने कहा था, ''मैं भारत को बताना चाहता हूं कि युद्ध किसी समस्या का हल नहीं है. युद्ध में जीतने वाले को भी बहुत कुछ गंवाना पड़ता है. युद्ध कई अन्य मुद्दों को जन्म देता है.''
पीएम मोदी के साथ हुई बातचीत का हवाला देते हुए इमरान खान ने कहा, ''मैंने उन्हें बताया कि भारत और पाकिस्तान दोनों जगह एक जैसे हालात हैं. मैंने उन्हें जलवायु परिवर्तन के बारे में बताया. हम एक विस्फोटक स्थिति का सामना कर रहे हैं. अगर हमनें इस समस्या (जलवायु परिवर्तन) का हल नहीं किया तो (दोनों देशों में) पानी की कमी होगी. मैंने उन्हें बताया कि हम एक साथ कश्मीर मुद्दे का हल वार्ता के जरिये कर सकते हैं.''
आर्टिकल 370 हटाने के बाद बढ़ा तनाव
जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान पूरी तरह से बौखलाया हुआ है. इस पर प्रतिक्रिया स्वरूप पाकिस्तान ने भारत के साथ अपने कूटनीतिक संबंधों का दर्जा कम कर दिया और भारतीय उच्चायुक्त को अपने यहां से वापस भेज दिया.
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