Maldives-China Relations: मालदीव के अंदर चीन ने इस कदर घुसपैठ मजबूत कर ली है कि देश के विकास के लिए भी मोहम्मद मुइज्जू को चीन के सामने गिड़गिड़ाना पड़ रहा है. मालदीव से आई एक तस्वीर की इन दिनों खूब चर्चा हो रही है, जिसमें देखा जा सकता है कि राष्ट्रपति मुइज्जू चीनी राजदूत वांग लिक्सिन के साथ बात कर रहे हैं. इस तस्वीर में मोहम्मद मुइज्जू की बॉडी लैंग्वेज को लेकर सवाल उठ रहे हैं, लोगों का कहना है कि मुइज्जू किसी मजबूर व्यक्ति की तरह नजर आ रहे हैं.
दरअसल, बीते साल मोहम्मद मुइज्जू के राष्ट्रपति बनने के बाद से मालदीव पूरी तरह से चीन के नियंत्रण में चला गया है. मालदीव के राष्ट्रपति कार्यालय ने बताया कि बुधवार को मोहम्मद मुइज्जू ने राष्ट्रपति कार्यालय में चीनी राजदूत वांग लिक्सिन से मुलाकात की. इस दौरान द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने को लेकर चर्चा हुई. राष्ट्रपति कार्यालय ने बताया कि मालदीव इस समय चीन के साथ मजबूत संबंध बनाए हुए है. जनवरी में मुइज्जू ने चीन यात्रा की यात्रा की थी, इस दौरान किए गए समझौतों को लागू करने को लेकर चीनी राजदूत से बात हुई है.
चीन ने सहयोग का दिया है आश्वासन
राष्ट्रपति कार्यालय ने बताया कि चीन के साथ हुए समझौतों को शुरू करने और उसमें तेजी लाने के तरीकों पर चीनी राजदूत से चर्चा हुई है. हालांकि, मालदीव सरकार ने मुइज्जू की चीन यात्रा के दौरान हुए समझौतों को सार्वजनिक नहीं किया है. बताया जा रहा है कि इस दौरान चीनी राजदूत ने मालदीव की मौजूदा जरूरतों को पूरा करने में मदद का आश्वासन दिया है, इसके साथ ही मालदीव के पर्यटन में बढ़ावा देने की बात कही है. बैठक में मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर और चीनी दूतावास के शीर्ष अधिकारी शामिल हुए.
चीन के इशारे पर मालदीव की विदेश नीति
विशेषज्ञों का मानना है कि इस समय मालदीव की विदेश नीति चीन में तय होती है. मोहम्मद मुइज्जू पूरी तरह से चीन के इशारे पर काम कर रहे हैं. यही वजह है कि अपने सबसे बड़े सहयोगी देश के भारत के खिलाफ भी मुइज्जू फैसला लेने में देरी नहीं करते हैं. भारत के विरोध के बावजूद चीन के जासूसी जहाज भारत के करीब मालदीव में डेरा डाले हुए हैं. इस साथ ही मालदीव की सेना चीन के साथ बड़े-बड़े समझौते कर रही है.
यह भी पढ़ेंः Shivani Raja Profile: शिवानी राजा ने ब्रिटेन की संसद में ली भगवतगीता पर हाथ रख कर शपथ, जानिए कौन हैं वो