रियाद: सऊदी अरब के किंग सलमान ने अपने बेटे मोहम्मद बिन सलमान को अपना नया उत्ताराधिकारी नियुक्त किया है. इसके साथ ही शाह सलमान ने अपनी कैबिनेट में भारी फेरबदल किया है.
शाही आदेश के बाद मौजूदा क्राउन प्रिंस यानि राजकुमार मोहम्मद बिन नाइफ को हटा दिया गया है और उनकी जगह मोहम्मद बिन सलमान को नया क्राउन प्रिंस बनाया गया है. सरकारी अधिकारियों के मुताबिक नए क्राउन प्रिंस को डिप्टी प्राइम मिनिस्टर भी नियुक्त किया गया है. इसके साथ ही वो रक्षा मंत्री बने रहेंगे, जबकि हटा गए क्राउन प्रिंस से गृह मंत्री का पद भी छीन लिया गया है.
आपको बता दें कि हटा गए क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन नाइफ किंग सलमान के भतीजे हैं. 57 साल के मोहम्मद बिन नाइफ की जगह अब 31 साल के मोहम्मद बिन सलमान देश के अगले किंग होंगे. अब तक मोहम्मद बिन सलमान डिप्टी क्राउन प्रिंस थे. यानि सत्ता में उनका स्थान पिता किंग सलमान और हटा गए क्राउंस प्रिंस के बाद तीसरे नंबर पर था.
अल अरबिया चैनल के मुताबिक सऊदी अरब के शाही निज़ाम के अंतर्गत बने 'वफादार काउंसिल' के 34 सदस्यों में से 31 ने नए बदवाल के पक्ष में वोट किया. इस बदलाव के लिए सऊदी किंग ने बुधवार को 'वफादार काउंसिल' की बैठक बुलाई थी.
कौन हैं मोहम्मद बिन सलमान?
वैसे डिप्टी क्राउन प्रिंस होने के बावजूद मोहम्मद बिन सलमान को यमन के खिलाफ जंग का जिम्मेदार माना जाता है. एनर्जी पॉलिसी और नए आर्थिक नीति में उनका खासा दखल रहा है.
मोहम्मद बिन सलमान को क्राउन प्रिंस अचानक जरूर बनाया गया है, लेकिन समीक्षक पहले ही ये अंदाज़ा लगा चुके थे कि जिस तरह से पिता की बादशाहत में इनकी ताकत रफ्ता रफ्ता बढ़ रही थी, क्राउन प्रिंस बनाया जाना लाजमी माना जा रहा था.
शाह सलमान के किंग बनने से पहले मोहम्मद बिन सलमान सऊदी अरब और दुनिया के लिए अनजान थे. सलमान साल 2015 में किंग बने हैं.
भारतीयों के लिए क्या हैं मायने?
सऊदी अरब में 41 लाख भारतीय रहते हैं और वहां छोटे से बड़े काम करते हैं. ये 41 लाख की आबादी सऊदी अरब में किसी भी देश के रहने वालों की सबसे बड़ी आबादी है. अगर सऊदी अरब में अस्थिरता आती है तो देश के 41 लाख परिवारों को मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है.