Monkeypox Virus Vaccine: मंकीपॉक्स वायरस (Monkeypox Virus) तेजी से दुनिया के अलग-अलग देशों में अपने पैर पसार रहा है. ऐसे में इसकी रोकथाम के लिए वैक्सीन ही एक मात्र सहारा है. एक शोध में दावा किया गया है कि अनुशंसित वैक्सीनिया वायरस (VACV) आधारित टीके मंकीपॉक्स वायरस के खिलाफ एक मजबूत इम्यूनिटी बनाने में कारगर साबित हो सकते हैं. 


बता दें कि वैक्सीनिया वायरस (Vaccinia Virus) पॉक्सवायरस परिवार से संबंधित एक बड़ा जटिल वायरस है. इसी साल मई के महीने में इस नए वायरस का पहला मामला सामने आने के बाद से यह वायरस देखते ही देखते 90 देशों में 52 हजार से ज्यादा लोगों को संक्रमित कर चुका है. 


वीएसीवी-आधारित टीकों की खासियत


मेलबर्न विश्वविद्यालय के मैथ्यू मैके ने कहा कि विशिष्ट वीएसीवी-आधारित टीकों ने इससे पहले भी मंकीपॉक्स वायरस के खिलाफ उच्च प्रभावकारिता का प्रदर्शन किया है और इसे एक महत्वपूर्ण प्रकोप नियंत्रण उपाय माना जाता है. हालांकि, उन्होंने इसे एक नोवल मंकीपॉक्स वायरस करार दिया. उन्होंने कहा कि हमारे पास अभी भी वैज्ञानिक डेटा की कमी है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि वीएसीवी-आधारित टीकों से मानव प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया कितनी अच्छी तरह से एमपीएक्सवी-2022 को पहचान लेगी और बीमारी से सुरक्षा प्रदान करेगी. 


हांगकांग विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अहमद अब्दुल कादिर ने कहा कि हमारे विश्लेषण के आधार पर अनुमान लगाया जा सकता है कि वीएसीवी-आधारित टीकों द्वारा उत्पन्न प्रतिरक्षा प्रतिक्रियाएं एमपीएक्सवी-2022 को पहचानने और प्रतिक्रिया देने का अच्छा काम करती रहेंगी, जैसा कि अतीत में मंकीपॉक्स वायरस के मामले में हुआ था. उन्होंने कहा कि हमारा डेटा MPXV-2022 का मुकाबला करने के लिए विश्व स्तर पर अनुशंसित टीकों के उपयोग के लिए और समर्थन देता है. 


डब्ल्यूएचओ ने की ये सिफारिश


विश्व स्वास्थ्य संगठन ने नए मंकीपॉक्स वायरस के खिलाफ प्राथमिक निवारक टीकाकरण की सिफारिश की है. मैके ने कहा कि सीक्वेंसिंग और इम्यूनोलॉजिकल डेटा को एक साथ लाने से एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया का अनुमान लगाने के लिए सबूत मिलते हैं, MPXV-2022 के खिलाफ इन टीकों की सटीक प्रभावकारिता निर्धारित करने के लिए क्लिनिकल ​​​​अध्ययन की आवश्यकता होती है. 


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