Chinese citizens in Pakistan: इस्लामाबाद (Islamabad) में रह रहे 1,000 से अधिक चीनी नागरिकों (Chinese Nationals) को अपनी आवाजाही की जानकारी पुलिस (Police) को देनी होगी. एक मीडिया रिपोर्ट में यह दावा किया गया. पाकिस्तान (Pakistan) में चीनी नागिरकों को निशाना बनाकर किए गए हमलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है.


डॉन अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, विदेशियों, विशेष रूप से चीनी नागरिकों की सुरक्षा के लिए इस्लामाबाद पुलिस द्वारा हाल ही में स्थापित जिला विदेश सुरक्षा प्रकोष्ठ (District Foreign Security Cell) के परफॉर्मेंस (Performance) की समीक्षा के लिए आयोजित एक बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया. इसने इस्लामाबाद पुलिस अधिकारियों के हवाले से कहा कि बैठक में इस्लामाबाद में रहने वाले चीनी नागरिकों के बारे में विवरण वाली एक सर्वेक्षण रिपोर्ट साझा की गई.


कंपनियों, व्यवसायों, परियोजनाओं से जुड़े हैं चीनी नागरिक
अधिकारियों ने कहा कि संघीय राजधानी में 1,000 से अधिक चीनी नागरिक तीन दर्जन से अधिक परियोजनाओं, कंपनियों और व्यवसायों से जुड़े हुए हैं. उन्होंने कहा कि बहु मिलियन डॉलर के चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) परियोजना से जुड़े चीनी नागरिकों को सुरक्षा बलों और अर्धसैनिक बलों द्वारा सुरक्षा कवर प्रदान किया गया था.


अधिकारियों ने कहा कि बैठक में यह निर्णय लिया गया कि या तो पुलिस स्टेशनों, सुरक्षा प्रभाग या गश्त इकाई के एसएचओ (SHOs) अपनी मूवमेंट (Movement) के दौरान 1,000 से अधिक चीनी नागरिकों को सुरक्षा कवर प्रदान करेंगे. अधिकारियों ने कहा कि एसएचओ को उनका विवरण एकत्र करने का भी काम सौंपा गया. एसएचओ चीनी नागरिकों के आवासों के आसपास गश्त करने वाले कर्मचारियों की तैनाती सुनिश्चित करेंगे और सुरक्षा गार्डों के विवरण की जांच और सत्यापन करेंगे.


चीनी नागरिकों के घर के आसपास जाएंगे कैमरे
अधिकारियों ने कहा कि चीनी नागरिकों के घरों के साथ-साथ उनके घरों की ओर जाने वाली सड़कों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे.  अधिकारियों ने कहा कि डीआईजी ऑपरेशंस को उन रिहायशी इलाकों का दौरा करने के लिए कहा गया जहां चीनी नागरिक रह रहे हैं और सुरक्षा में खामियों को दूर करने के लिए एक सुरक्षा ऑडिट रिपोर्ट तैयार करने के लिए भी कहा गया. उन्होंने बताया कि सेफ सिटी और पुलिस फैसिलिटेशन में एक डेस्क भी स्थापित किया जा रहा है. यह बैठक देश में चीनी नागरिकों को निशाना बनाने वाले बढ़ते हमलों के मद्देनजर बुलाई गई.


26 अप्रैल को हुआ था चीनी नागरिकों पर हमला
पाकिस्तान में कराची विश्वविद्यालय में कन्फ्यूशियस संस्थान की शटल वैन पर बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) की एक बुर्का पहने महिला आत्मघाती हमलावर द्वारा 26 अप्रैल को किए गए हमले में तीन चीनी शिक्षकों की मौत हो गई थी.


अलगाववादी बीएलए (Baluchistan Liberation Army- BLA) हमले की जिम्मेदारी ली. बीएलए ने पाकिस्तान (Pakistan) के संसाधन संपन्न बलूचिस्तान प्रांत (Balochistan Province) में चीनी निवेश का विरोध करते हुए कहा कि स्थानीय लोगों को इससे कोई फायदा नहीं हुआ. बीएलए ने कई मौकों पर चीनी नागरिकों को निशाना बनाया है, जैसा कि पाकिस्तानी तालिबान ने किया है. बता दें चीन (China) बलूचिस्तान प्रांत ((Balochistan Province)) सहित पूरे पाकिस्तान (Pakistan) में बड़ी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं (Infrastructure Projects) में शामिल है.


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