दावोस: दावोस में जुटे दुनिया भर के नेता, उद्योगपति तथा अन्य लोगों का कहना है कि वे जुलवायु परिवर्तन को लेकर पहले से कहीं अधिक चिंतित है. हालांकि, इस चिंता के बावजूद वो निजी जेट विमानों का इस्तेमाल करने में पीछे नहीं हैं. रिकॉर्ड संख्या में निजी जेट का इस्तेमाल प्रतिनिधियों ने किया है. एयर चार्टर सर्विस (एसीएस) के अनुमान के अनुसार सप्ताह के दौरान स्विस आल्प्स में दावोस के पास हवाई अड्डे पर करीब 1,500 निजी जेट विमान उतर रहे हैं.


किसी वाणिज्यिक उड़ान के बजाय यहां आने वाले प्रतिनिधि निजी जेट की आरामदायक उड़ान को तरजीह दे रहे हैं. पिछले साल डब्ल्यूईएफ में 1,300 से अधिक विमान यहां पहुंचे थे. वेबसाइट प्राइवेटफ्लाई.कॉम ने तो ब्लॉगपोस्ट पर लिखा है कि इस सप्ताह दावोस मे करीब 2,000 विमान उतरेंगे और उड़ान भरेंगे.


ज्यूरिख के हवाई अड्डे पर उतरने के बाद कुछ लोग कार या ट्रेन से दो से तीन घंटे की यात्रा कर दावोस पहुंचे हैं. वहीं कुछ मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) और नेताओं ने समय बचाने के लिए हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल किया है.


एसीएस की निजी जेट निदेशक एंडी क्रिस्टी ने कहा कि दावोस में इस सप्ताह निजी जेट विमानों की मांग सुपर बाउल या चैंपियंस लीग के फाइनल से भी अधिक है. उन्होंने कहा कि हमें हांगकांग, भारत और अमेरिका से बुकिंग मिली है.


डब्ल्यूईएफ के आयोजकों ने कहा कि वे इस वार्षिक मंच को पर्यावरण की दृष्टि से टिकाऊ बनाने का प्रयास कर रहे हैं. इसके लिए वे जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं. आयोजकों का कहना है कि ज्यादातर निजी जेट में सरकार के अधिकारी आ रहे हैं. वियना संधि के इस तरह के आयोजन में लोगों को लाने का सबसे प्रभावी और सुरक्षित तरीका विमान है.


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