Prime Minister Shehbaz Sharif: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शनिवार (11 जनवरी) को कहा कि देश में 22 मिलियन से अधिक बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं. उन्होंने मुस्लिम देशों द्वारा लड़कियों की शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करने की तत्काल आवश्यकता पर भी बल दिया. 


डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, इस्लामाबाद में दो दिवसीय 'मुस्लिम समुदायों में लड़कियों की शिक्षा पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन: चुनौतियां और अवसर' के उद्घाटन पर बोलते हुए शरीफ ने कहा कि मुस्लिम समाज में लड़कियों को शिक्षा हासिल करने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है. 


पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कही ये बात 


इस दौरान पीएम शहबाज ने कहा, "आने वाले समय में लाखों युवा लड़कियां कई सेक्टर में योगदान देने के लिए तैयार हैं. लड़कियों को शिक्षा से वंचित करना, उनकी आवाज और पसंद को नकारने के समान है. ये उज्ज्वल भविष्य के अधिकार से भी वंचित करने के जैसा है. लड़कियां अपने परिवार को गरीबी से बाहर निकाल सकती हैं और वैश्विक अर्थव्यवस्था में योगदान भी दे सकती हैं."


मलाला यूसुफजई भी ले रही हैं हिस्सा


इस सम्मेलन में नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई सहित मुस्लिम बहुल देशों के कई अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं. मलाला ने सम्मेलन में वैश्विक नेताओं के साथ शामिल होने को लेकर सोशल मीडिया पर अपनी  उत्सुकता जाहिर की.  इस दौरान उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "वह लड़कियों के शिक्षा के अधिकारों की रक्षा के महत्व को संबोधित करेंगी और अफगान महिलाओं और लड़कियों के साथ उनके व्यवहार के लिए तालिबान को जवाबदेह ठहराएंगी."


उन्होंने आगे कहा, "मैं लड़कियों की शिक्षा पर एक महत्वपूर्ण सम्मेलन के लिए दुनिया भर के मुस्लिम नेताओं के साथ जुड़ने के लिए उत्साहित हूं . रविवार को मैं सभी लड़कियों के स्कूल जाने के अधिकारों की रक्षा के बारे में बात करूंगी.  नेताओं को अफगान महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ उनके अपराधों के लिए तालिबान को जवाबदेह ठहराना चाहिए."