Russia Expels French Diplomats: रूस के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि वह जवाबी कार्रवाई में 34 फ्रांसीसी राजनयिकों को निष्कासित कर रहा है. इससे पहले फ्रांस ने अप्रैल में राजनयिक हैसियत वाले 35 रूसियों निकाल दिया था. फ्रांस ने यह कदम निष्कासन की एक व्यापक लहर के हिस्से के रूप में उठाया था जिसमें 300 से अधिक रूसियों को यूरोपीय राजधानियों से घर भेजा दिया गया. अप्रैल में ही फ्रांस के विदेश मंत्रालय ने घरेलू खुफिया सेवाओं की जांच के बाद छह रूसी एजेंटों को राजनयिकों के रूप में "व्यक्तित्व नॉन ग्रेटा" के रूप में घोषित किया और निष्कर्ष निकाला कि वे फ्रांसीसी राष्ट्रीय हितों के खिलाफ काम कर रहे थे.


फ्रांस ने रूस के इस फैसले कि कड़ी निंदा की है. पेरिस में विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस कदम का "कोई वैध आधार नहीं था." मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि "रूस में (फ्रांस के) दूतावास में राजनयिकों और कर्मचारियों का काम पूरी तरह से राजनयिक और कांसुलर संबंधों पर वियना कन्वेंशन के ढांचे के भीतर होता है."


फिनलैंड के दो राजनयिकों को निकाला
इससे पहले मंगलवार (17 मई) को रूस ने फिनलैंड के दो राजनयिकों को निष्कासित करने का फैसला किया. रूसी विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को फिनलैंड के दो राजनयिकों के निष्कासन को पिछले महीने फिनलैंड में दो रूसियों को निष्कासित करने की प्रतिक्रिया बताया है.


रूस ने कहा कि वह बाल्टिक तटीय देशों की परिषद से हट रहा है. ग्यारह देशों के इस समूह में फिनलैंड और स्वीडन प्रमुख सदस्य हैं. बता दें स्वीडन ने उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) में शामिल होने के अनुरोध पर हस्ताक्षर कि है और फिनलैंड की संसद ने भी अनुमोदन किया है.


जर्मनी के 40 राजनयिकों को निष्कासित किया 
रूस इससे पहले भी कई देशों के राजनयिकों को देश से निष्कासित कर चुका है. पिछले महीने रूस ने जर्मनी के 40 राजनयिकों को निष्कासित करने का फैसला किया. इससे पहले जर्मनी ने भी इतनी ही संख्या में रूसी राजनयिकों को निष्कासित कर दिया था.