विपक्षी सांसदों ने अंतरराष्ट्रीय छात्रों पर अमेरिका के फैसले को पलटने का अनुरोध किया
अमेरिका में विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी के 30 सीनेटरों और 136 कांग्रेस सदस्यों ने कहा कि अमेरिका के कॉलेजों में पढ़ रहे अंतराष्ट्रीय छात्रों को उनके देश भेजने की आईसीई की घोषणा क्रूर है.
वाशिंगटन: अमेरिका में विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी के 30 सीनेटरों और 136 कांग्रेस सदस्यों के एक समूह ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन से आदेश वापस लेने का अनुरोध किया है. दरअसल ये आदेश अकादमिक वर्ष के लिए कॉलेज या विश्वविद्यालय परिसर में जाकर कक्षा नहीं करने वाले विदेशी छात्रों को देश में रहने पर रोक लगाई गई जाने वाला है.
एफ-1 और एम-1 वीजा वाले जो छात्रों को अमेरिका में रहने की अनुमति नहीं दी जाएगी
होमलैंड सुरक्षा विभाग के कार्यकारी मंत्री चाड वोल्फ और आव्रजन और सीमाशुल्क प्रवर्तन (आईसीई) के कार्यकारी मंत्री मैथ्यू अल्बेंस को पत्र लिखा. इसमें सांसदों ने स्टूडेंट एक्सचेंज एंड विजिटर प्रोग्राम (एसईवीपी) में आईसीई के हाल में घोषित संशोधनों पर चिंता जताई है. आईसीई ने अपने छह जुलाई के आदेश में घोषणा की कि एफ-1 और एम-1 वीजा वाले जो छात्र पूरी तरह से ऑनलाइन कक्षाएं ले रहे हैं या केवल ऑनलाइन पाठ्यक्रमों की पढ़ाई कर रहे हैं. उन्हें अमेरिका में रहने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
छात्रों को उनके देश भेजने की आईसीई की घोषणा क्रूर है- सीनेटरों
सीनेटरों ने कहा, ‘‘अमेरिका के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में पढ़ रहे और पूरी तरह से ऑनलाइन कक्षाएं ले रहे अंतराष्ट्रीय छात्रों को उनके देश भेजने की आईसीई की घोषणा क्रूर और अविवेकपूर्ण है’’ उन्होंने कहा, ‘‘ये छात्र पहले से ही अमेरिका में हैं और शैक्षिक समुदायों के स्थापित सदस्य हैं. वे वीजा जांच प्रक्रिया से होकर गुजरे हैं जिससे कि अमेरिका को कोई खतरा नहीं है’’
अकादमिक वर्ष 2018-2019 में अमेरिका में दस लाख से अधिक अंतरराष्ट्रीय छात्र थे.
यह भी पढ़ें.
भारत के चीन की आक्रामकता के सामने डटकर खड़े होने पर गर्व है- अमेरिकी सीनेटर
अमेरिका ने पाकिस्तान एयरलाइन्स की फ्लाइट्स पर लगाया प्रतिबंध