Bangladesh Crisis: बांग्लादेश में मोहम्मद युनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार में धार्मिक मामलों के सलाहकार अबुल फैज मुहम्मद खालिद हुसैन ने शनिवार को उन अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया, जिनमें कहा जा रहा था कि वहां का राष्ट्रगान बदला जा सकता है. अबुल फैज मुहम्मद खालिद हुसैन ने कहा कि मुल्क का राष्ट्रगान को बदलने की उनकी कोई योजना नहीं है. पद्मा नदी के उत्तरी तट पर राजशाही में इस्लामिक फाउंडेशन का दौरा करने के बाद वह बोले कि अंतरिम सरकार विवाद पैदा करने के लिए कुछ नहीं करेगी. वे सभी के सहयोग से एक सुंदर बांग्लादेश का निर्माण करना चाहते हैं. 


बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के लोगों को निशाना बनाए जाने के मामले पर हुसैन ने आश्वासन दिया कि जो लोग ऐसे 'जघन्य कृत्यों' के लिए दोषी पाए जाएंगे, उन्हें मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार दंडित करेगी. जो लोग पूजा स्थलों पर हमला करते हैं, वे मानवता के दुश्मन हैं. वे अपराधी हैं और उन पर मौजूदा कानूनों के तहत मुकदमा चलाया जाएगा.




मदरसे के छात्र मंदिरों की सुरक्षा करेंगे


अंतरिम सरकार में धार्मिक मामलों के सलाहकार ने यह भी घोषणा की कि आगामी दुर्गा पूजा समारोह के दौरान किसी भी प्रकार के हमले या तोड़फोड़ को रोकने के लिए मदरसे के छात्रों के साथ स्थानीय नागरिक मंदिरों की सुरक्षा में शामिल होंगे. देश के प्रमुख दैनिक अखबार 'द डेली स्टार' ने शनिवार को हुसैन के हवाले से जानकारी दी कि मदरसे के छात्र कभी भी आतंकवाद में शामिल नहीं थे. यह पिछली सरकार का दुष्प्रचार और साजिश थी.


हिंदू और मुसलमान दोनों के घर जलाए गए- हुसैन


सलाहकार के अनुसार, सरकार बदलने के बाद जिस तरह कुछ हिंदू समुदाय के लोगों के घरों पर हमले हुए हैं, उसी तरह मुसलमानों के घरों पर भी हमले हुए हैं. इसे अलग से देखने की कोई गुंजाइश नहीं है. यह सरकार सभी के लिए एक है और सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है. न्यूज एजेंसी 'आईएएनएस' को पिछले महीने दिए इंटरव्यू में उन्होंने भारत को बांग्लादेश का 'सबसे अच्छा पड़ोसी' बताया था. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कई घटनाओं में शामिल अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का काम शुरू हो गया है. 


बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हिंसा जारी


पांच अगस्त, 2024 को बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे के बाद से अल्पसंख्यक समुदायों, विशेषकर हिंदुओं के खिलाफ हिंसा और बर्बरता की घटनाएं सामने आई थी. हुसैन ने आईएएनएस से कहा था कि भारत पड़ोसी देश है और वे भारत की सद्भावना के साथ देश में शांति बनाए रखना चाहते हैं. बड़े प्रयासों के बाद उन्होंने बांग्लादेश को वापस पाया और वहां की मुक्ति के दौरान सभी धर्मों के लोगों ने बलिदान दिया और आंदोलन में अपना खून बहाया. वे इसे बर्बाद नहीं होने दे सकते. हालांकि, यूनुस सरकार की ओर से दिए गए आश्वासनों के बावजूद बांग्लादेश में हिंदुओं पर रोजाना हमले की खबरें आ रही हैं क्योंकि कट्टरपंथी इस्लामी समूह विचारधारा फैला रहे हैं.


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