बांग्लादेश की यूनुस सरकार ने मोस्ट वांटेड आतंकी को किया माफ, कौन है जिया उल हक जिसपर US ने रखा है ईमान
Who is Zia Ul Haq: यूनुस सरकार के इस फैसले से सवाल उठता है कि क्या बांग्लादेश की अंतरिम सरकार अब अपने फैसलों से आईएसआई और आतंकवादी संगठनों को खुश करने का काम कर रही है.
Who is Zia Ul Haq: बांग्लादेश की मोहम्मद यूनुस सरकार ने मोस्ट वांटेड आतंकी की मौत की सजा माफ कर दी है. यूनुस की अंतरिम सरकार ने कई आतंकवादियों के नाम लिस्ट से हटा दिए हैं जिसमें जमात उल मुजाहिदीन के आतंकी मेजर जिया का भी नाम शामिल है.
इस फैसले से साफ पता चलता है कि यूनुस की सरकार आतंक परस्त बनती जा रही है. मेजर जिया कितना खतरनाक आतंकी है इसका अंदाजा इस बात से लगाएं कि अमेरिका ने भी इस आतंकी पर ईनाम रखा हुआ है.
यूनुस सरकार के इस फैसले से सवाल उठता है कि क्या बांग्लादेश की अंतरिम सरकार अब अपने फैसलों से आईएसआई और आतंकवादी संगठनों को खुश करने का काम कर रही है.
कौन है जिया उल हक उर्फ मेजर जिया
जिस मेजर जिया को बांग्लादेश की सरकार ने मोस्ट वांटेड आतंकी की लिस्ट से बाहर निकाला है वो कभी बांग्लादेश की सरकार में फौजी अधिकारी था. उसी वक्त वो ISI के साथ मिलकर उस वक्त की बांग्लादेश की सरकार के खिलाफ काम करने लगा. उस पर कई आतंकी गतिविधियों में संलिप्त होने के आरोप लगे और उसे फौज से बाहर कर दिया गया.
इसके बाद वो लगातार अपने आतंकी नेटवर्क को बढ़ाता रहा और जमात उल मुजाहिदीन नाम के बांग्लादेशी आतंकी संगठन का बड़ा लीडर बन गया. उसने कई हत्याएं की जिसमें ब्लॉगर दीपन और अभिजीत की हत्या भी शामिल है. वह कुल 7 हत्या के मामलों में आरोपी है. जिनमें से तीन मामलों में उसे मौत की सजा मिल चुकी है.
जिया उल हक उर्फ मेजर जिया पर अमेरिका ने ईनाम रखा हुआ है. ऐसे में यूनुस का उसे रिहा करने का फैसला सीधे तौर पर अमेरिका को नाराज कर सकता है.
भारत में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले को सात साल की सजा
बेंगलुरू में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की एक विशेष अदालत ने सोमवार (30 दिसंबर) को भारत में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए एक बांग्लादेशी नागरिक को सात साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई.
अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि बांग्लादेशी नागरिक जाहिदुल इस्लाम जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश इंडिया (JMB-India) के इशारे पर भारत में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहा था.