मोहम्मद युनुस के खिलाफ यह नारेबाजी बांग्लादेश में हुए तख्तापलट के बाद हिंदुओं की टारगेट किलिंग के संदर्भ में हुई. समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान प्रदर्शनकारियों में शामिल एक व्यक्ति ने बताया, "हम यहां एक ऐसे व्यक्ति के खिलाफ जुटे हैं, जो निर्वाचित नहीं है और वह अवैध रूप से संवैधानिक रूप से संचालित देश बांग्लादेश का प्रतिनिधित्व कर रहा है. उन्हें (यूनुस को) बांग्लादेश के 170 मिलियन लोगों की ओर से बोलने का कोई अधिकार नहीं है. मोहम्मद युनुस यूएन में बांग्लादेश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. 50 साल पहले इसी स्थान पर राष्ट्रपिता शेख मुजीबुर रहमान ने बंगाली में दुनिया को संबोधित किया था और आज डॉ. यूनुस ने अंग्रेजी में अपना व्याख्यान दिया था."
संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र में क्या कहा?
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद युनुस ने संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र में शुक्रवार (27 सितंबर) को कहा, 'हमें रोहिंग्याओं को पर्याप्त सुरक्षा और उन्हें अधिकारों के साथ वतन वापसी का अवसर देने की जरुरत है. म्यांमार में लगातार बदल रहे हालातों के बीच हम रोहिग्याओं के लिए अपने देश में सुरक्षित माहौल बनाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदायों के साथ मिलकर काम करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.'
'लोग स्वतंत्र रूप से बोलें'
मोहम्मद युनुस ने कहा, 'लोगों के मौलिक अधिकारों को बनाए रखने और उनकी सुरक्षा करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं. हमारा लक्ष्या है कि बांग्लादेश के लोग स्वतंत्रता से बोलें, अपने विचार रखें, बिना किसी डर के कहीं भी एकत्रित हों, वोट दें और अपनी पसंद के लोगों का चुनाव कर सकें. न्यायपालिका की स्वतंत्रता और मीडिया की स्वतंत्रता के लिए भी हम प्रतिबद्ध हैं. हमारे लक्ष्यों में अतीत की गलतियों को सुधारना भी शामिल है. हम मजबूत अर्थव्यवस्था के लिए भी पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं.'