India-Bangladesh Relations: बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही है, लेकिन अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार अकड़ दिखाने से बाज नहीं आ रहे हैं. रविवार को मुहम्मद यूनुस ने कहा कि उनका देश भारत के साथ अच्छे संबंध चाहता है, लेकिन ये संबंध समानता और निष्पक्षता पर आधारित होना चाहिए. सरकारी समाचार एजेंसी बीएसएस ने बताया कि मुहम्मद यूनुस ने यह टिप्पणी उन छात्रों के साथ एक बैठक के दौरान की, जिन्होंने पिछले महीने आंदोलन में भाग लिया था और शेख हसीना को इस्तीफा देना पड़ा था. 


दरअसल, मुहम्मद यूनुस अपने भाषणों में लगातार तीखापन लाने की कोशिश कर रहे हैं. हाल ही में एक बयान में उन्होंने कहा था कि भारत को यह विचार त्याग देना चाहिए कि शेख हसीना ही बांग्लादेश में शांति और स्थिरता ला सकती हैं. मुख्य सलाहकार के विशेष सहायक महफूज आलम ने मुहम्मद यूनुस के हवाले से कहा, 'हमें भारत के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने की जरूरत है, लेकिन ये संबंध समानता और निष्पक्षता पर आधारित होने चाहिए.'


बैठक से निकलने के बाद महफूज ने कहा, मुख्य सलाहकार ने कहा है कि बंग्लादेश अपने पड़ोसियों के साथ संबंध बनाए रखने में समानता और आपसी सम्मान को हमेशा महत्व देता रहा है. इस दौरान उन्होंने दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्स) को दोबारा से शुरू करने पर जोर दिया. 


मो यूनुस अमेरिका समर्थक
बांग्लादेश में कोटा सिस्टम के विरुद्ध शुरू हुआ संघर्ष अपने आखिरी चरणों में हिंसक हो गया था. सरकार विरोधी प्रदर्शन के बाद 5 अगस्त को शेख हसीना इस्तीफा देने के लिए मजबूर हो गईं और देश छोड़कर भारत चली गईं. शेख हसीना के इस्तीफे के कुछ दिनों बाद बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन किया गया, जिसका मुखिया मुहम्मद यूनुस को बनाया गया. मो यूनुस को अमेरिकी पसंद वाला नेता माना जाता है. शेख हसीना भी दावा कर चुकी हैं कि उनको पद से हटाने के लिए अमेरिका ने साजिश रची थी. इसके अलावा कई अन्य रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अमेरिकी अधिकारियों ने बांग्लादेश में आंदोलन को हवा दी. 


राजनाथ सिंह के बयान पर क्या बोले तौहीद हुसैन?
पिछले सप्ताह भी मो यूनुस भारत के साथ अच्छे संबंध की वकालत कर चुके हैं, लेकिन उस दौरान भी उन्होंने कहा था कि भारत को ये विचार त्याग देना चाहिए कि बांग्लादेश में सिर्फ शेख हसीना ही शांति और स्थिरता ला सकती हैं. इसी बीच बांग्लादेश के विदेशी मामलों के सलाहकार मो तौहीद हुसैन ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के एक बयान पर आश्चर्य व्यक्त किया. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दोनों पड़ोसियों के बीच उन्हें तत्काल किसी संघर्ष का कोई खतरा नजर नहीं आता. दरअसल, राजनाथ सिंह ने गुरुवार को यूक्रेन-गाजा संघर्षों के साथ बांग्लादेश की मौजूदा स्थितियों का विश्लेषण करने के आदेश दिए थे, जिससे भविष्य की किसी भी समस्या का अनुमान लगाया जा सके.


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