D8 summit: इजिप्ट में गुरुवार (19 दिसंबर) से विकासशील मुस्लिम देशों के संगठन डी-8 (डी-8 ऑर्गेनाइजेशन फॉर इकोनॉमिक कोऑपरेशन) की बैठक हो रही है. पाकिस्तान, बांग्लादेश, तुर्की, ईरान समेत आठ देश इस बैठक में हिस्सा लेंगे. बैठक में आर्थिक मुद्दों के अलावा फिलिस्तीन और इजरायल से जुड़े मसलों पर चर्चा की संभावना है. खासकर, सीरियाई तख्तापलट के बाद इजरायल की आक्रामकता पर प्रस्ताव लाने की अटकलें हैं.


डी-8 संगठन 1997 में मुस्लिम देशों की आर्थिक तरक्की के लिए बनाया गया था. इसमें अरब देश जैसे सऊदी अरब, इराक, सीरिया, कतर और यूएई शामिल नहीं हैं.डी-8 संगठन में निम्नलिखित आठ मुस्लिम देश शामिल हैं:



  • पाकिस्तान

  • बांग्लादेश

  • इंडोनेशिया

  • मलेशिया

  • नाइजीरिया

  • इजिप्ट

  • तुर्किए

  • ईरान
     
    डी-8 का महत्व
    इन देशों की कुल आबादी लगभग 1.25 अरब है, जो वैश्विक मुस्लिम आबादी का 60% है. संगठन का प्राथमिक एजेंडा आर्थिक प्रगति है, लेकिन अब सामाजिक मुद्दे भी इसमें शामिल हो गए हैं. इस बार की बैठक में ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान शामिल हो रहे हैं. यह पिछले एक दशक में किसी ईरानी नेता की पहली इजिप्ट यात्रा है, जो महत्वपूर्ण मानी जा रही है.


ईरान-इजिप्ट के रिश्ते का इतिहास
1970 के दशक की इस्लामिक क्रांति के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा. इजिप्ट विकास की बात करता रहा, जबकि ईरान कट्टरता की ओर बढ़ा. पिछले साल हमास और इजरायल की जंग के दौरान इजिप्ट ने मध्यस्थता की, जिससे दोनों देशों के संबंधों में सुधार हुआ. वहीं ईरान के विदेश मंत्रालय ने बैठक के संभावित एजेंडे में क्षेत्रीय मुद्दों का जिक्र किया है. इससे अटकलें लगाई जा रही हैं कि डी-8 देश इजरायल के खिलाफ कोई प्रस्ताव लाने पर विचार कर सकते हैं. 






इजरायल के खिलाफ लिए जा सकते हैं संभावित फैसले



  • इजरायल के साथ आर्थिक संबंध कमजोर करना.

  • अंतरराष्ट्रीय मंचों पर दबाव बनाना.

  • कूटनीतिक स्तर पर इजरायल को अलग-थलग करना.


डी-8 देशों की ताकत
डी-8 देश सामरिक और आर्थिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं. इस संगठन में शामिल ईरान और नाइजीरिया के पास तेल के भंडार है. इसके अलावा पश्चिम एशिया और यूरोप के लिए तुर्किए और ईरान रणनीतिक रूप से आवश्यक है.पाकिस्तान और बांग्लादेश अपने बड़े बाजार और मैनपावर के लिए प्रसिद्ध. इस वजह से कम समय में डी-8 ने अपनी ताकत दिखाई है. हालांकि, इस बार वो इजरायल के खिलाफ मजबूत कदम उठाने पर विचार भी कर रहे हैं.


मुस्लिम देशों के अन्य संगठन
डी-8 के अलावा मुस्लिम देशों के कई अन्य संगठन भी सक्रिय हैं, जो इस प्रकार है.



  • इस्लामिक डेवलपमेंट बैंक: सऊदी अरब स्थित यह बैंक आर्थिक सहयोग पर ध्यान देता है.

  • ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (OIC): 50 से अधिक मुस्लिम देशों का समूह.

  • इस्लामिक चैंबर ऑफ कॉमर्स, इंडस्ट्री एंड एग्रीकल्चर: आर्थिक और सामाजिक मुद्दों पर काम करता है.

  • इस्लामिक सॉलिडेरिटी फंड: धार्मिक और सामाजिक विकास को बढ़ावा देता है.


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