यहूदी इजराइली जुड़वां को अलग करने में मुस्लिम डॉक्टर ने की मदद, कहा- फर्क इंसानों ने बनाए हैं
कश्मीर मूल के मुस्लिम डॉक्टर ने सीमा पार करते हुए सिर से जुड़े हुए इजराइली जुड़वां को अलग करने में मदद की है. इजराइली अस्पताल की अपील पर उन्होंने पहली बार ब्रिटेन से बाहर सर्जरी करने को रजामंद हुए.
विश्व प्रसिद्ध भारतीय मूल के बाल चिकित्सा न्यूरोसर्जन ने इजराइली डॉक्टरों की मदद की है. उनका प्रयास सिर से जुड़ी जुड़वां जोड़ी का ऑपरेशन करने में सफल रहा. टाइम्स ऑफ इजराइल ने रिपोर्ट दी, " यहूदी इजराइली जुड़वां बच्चियों को अलग करने में लंदन के एक मुस्लिम डॉक्टर ने मदद करने पर अपना गर्व और खुशी का इजहार किया है." अखबार ने आगे बताया कि ये पहली बार है जब डॉक्टर नूरूल ओवैस जीलानी ब्रिटेन से बाहर सर्जरी करने को तैयार हो गए. उनसे सोरका अस्पताल के इजराइली डॉक्टरों ने संपर्क साधा था.
मुस्लिम डॉक्टर ने की इजराइली डॉक्टरों की मदद
कश्मीर में पैदा हुए जीलानी लंदन के ग्रेट ओरमॉन्ड स्ट्रीट अस्पताल में सेवारत हैं. बेर्शेबा में सोरोका यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर के स्टाफ ने सिर से जुड़ी जुड़वां बच्चियों के सफलतापूर्वक ऑपरेशन पूरा होने पर कहा कि बच्चियों के अब सामान्य जिंदगी जीने के लिए बड़े होने की संभावना है. डॉक्टर जीलानी के हवाले से अखबार ने रिपोर्ट दी कि सर्जरी करने के बाद उन्होंने कहा कि रिमाइंडर के तौर पर काम करना चाहिए कि दवा सभी डिवीजनों को पार करती है. डॉक्टर जीलानी ने चार अन्य सिर से जु़ड़े जुड़वां को सर्जरी कर अलग करने का काम किया है. जीलानी और उनके सहकर्मी प्रोफेसर डेविड डूनावे को ऐसे मामलों के लिए दुनिया का नामी विशेषज्ञ समझा जाता है.
सिर से जुड़ी जुड़वां बच्चियों का ऑपरेशन सफल
अखबार ने लिखा, "जीलानी गैर लाभकारी जेमिनी अन्टविंड को इस तरह के संचालन की योजना बनाने और करने के लिए निर्देशित करते हैं. सोरोका के डॉक्टरों को जब ऑपरेशन की तैयारी के लिए जरूरत पड़ी, तो उन्होंने उनसे मुलाकात की. जीलानी पहली बार ब्रिटेन से बाहर ऑपरेशन करने के लिए तैयार हो गए." अखबार ने उनके हवाले से रिपोर्ट दी, "ये शानदार परिवार था जिसकी हमने मदद की. सभी बच्चे समान हैं, चाहे उनका रंग या धर्म कुछ भी हो. फर्क इंसानों ने बनाए हैं. एक बच्चा एक बच्चा है. डॉक्टर के नजरिए से हम सब एक हैं." उन्होंने पाया कि ऑपरेशन की सफलता से परिवार में खुशी का ठिकाना नहीं था.