दोस्ती की मिशाल: अरब देश के मुस्लिम वर्ल्ड लीग ने मनायी गांधी जयंती
"बापू" की जयंती पर संगठन के तरफ से दी गई शुभकामनाएं मुस्लिम और अरब दुनिया के साथ भारत के बीच संबंधों की मजबूती को दर्शाती है.मुस्लिम वर्ल्ड लीग ने गांधी जयंती को अहिंसा का अंतर्राष्ट्रीय दिवस भी बताया.
Muslim World League Celebrate Gandhi Jayanti: भारत देश के राष्ट्रपिता कहे जाने वाले महात्मा गांधी को सिर्फ भारत में ही नहीं पूरी दुनिया के लोग अपना आदर्श मानते है. गांधी जी के कहे रास्तों पर सारी दुनिया चलने को तैयार भी रहती है. इसी बात का सबूत देते हुए, सऊदी अरब स्थित मक्का में मुस्लिम वर्ल्ड लीग ने महात्मा गांधी को उनकी 153वीं जयंती पर श्रद्धांजलि दी. मुस्लिम वर्ल्ड लीग ने पहली बार गांधी जी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि, यह दिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अहिंसा के संदेश को फैलाने का एक अवसर के रूप में देखना चाहिए.
कौन है मुस्लिम वर्ल्ड लीग
मुस्लिम वर्ल्ड लीग मक्का, सऊदी अरब से बाहर मौजूद एक अंतरराष्ट्रीय गैर-सरकारी इस्लामी संगठन है. मक्का पैगंबर मुहम्मद का जन्मस्थान है और इस्लाम के सबसे पवित्र स्थान काबा का स्थान है. यह पहली बार है जब संगठन ने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के नेता को अपनी श्रद्धांजलि दी है. "बापू" की जयंती पर संगठन के तरफ से दी गई शुभकामनाएं मुस्लिम और अरब दुनिया के साथ भारत के बीच संबंधों की मजबूती को दर्शाती है.
मुस्लिम वर्ल्ड लीग ने क्या कहा?
गांधी जयंती के अवसर पर हम जन्मदिन का सम्मान करने के लिए गांधी जयंती मनाते हैं और एक दूर के सोच रखने वाले, स्वतंत्रता सेनानी और अहिंसा को मानने वाले महात्मा गांधी के जीवन को याद करते हैं. मुस्लिम वर्ल्ड लीग ने गांधी जयंती को अहिंसा का अंतर्राष्ट्रीय दिवस भी बताया.
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अहिंसा के संदेश को फैलाने के लिए 2 अक्टूबर को एक सही दिन के रूप में इस्तेमाल किया जाना चाहिए. "हर साल, दुनिया अहिंसा का अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाती है, अहिंसा दर्शन के दूत महात्मा गांधी जयंती का जश्न मनाती है. शिक्षा और जन जागरूकता के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अहिंसा के संदेश को फैलाने का भी अवसर है.
गांधी जयंती को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाना
गांधी जयंती को हर साल, दुनिया अहिंसा के दर्शन अग्रदूत महात्मा गांधी के जीवन पथ और राजनीति को याद करते हुए अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में भी मनाती है. यह अहिंसा के संदेश को फैलाने के अवसर की तरह होता है. 15 जून, 2007 को संयुक्त राष्ट्र महासभा के आदेश के अनुसार, अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस को "शिक्षा और जन जागरूकता के मदद से अहिंसा के संदेश को फैलाने का काम करती है.
गांधी जयंती पर संयुक्त राष्ट्र का बयान
संयुक्त राष्ट्र कहा कि, संकल्प,अहिंसा के नियम को सारे दुनिया में फैलाना है. शांति, संतोष, समझ और अहिंसा की संस्कृति को संरक्षित करने की इच्छा करनी चाहिए. दुनिया के लेवल पर गांधी की जयंती को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस अवसर को निशानी की तरह याद करने के लिए भारत और दुनिया भर में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.
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