Bangladesh Viral Video: शेख हसीना के इस्तीफे के बाद बांग्लादेश में हिंसा और अशांति के बीच, बुर्का पहनी महिलाओं द्वारा अन्य महिलाओं को खंभे से रस्सी से बांधने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. इसे शेयर करने वालों ने दावा किया कि बांग्लादेश में मुस्लिम महिलाओं ने हिंदू महिलाओं को बंधक बनाकर प्रताड़ित किया और उन्हें वेश्यावृत्ति के लिए गुलाम बनाकर बेचा गया.
एक व्यक्ति ने फेसबुक पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'सत्ता में आए मुसलमानों द्वारा बांग्लादेश में हिंदू महिलाओं को बंधक बनाकर बेचा जा रहा है. आक्रोश कहां है? विरोध प्रदर्शन कहां हैं?' इस वीडियो की पड़ताल करने पर पता चला कि यह वीडियो शेख हसीना के देश से बाहर निकलने से पहले का है. यह वीडियो ढाका के एक विश्वविद्यालय का है, जहां पर कोटा सुधार को लेकर चल रहे प्रदर्शन के दौरान शेख हसीना की पार्टी से जुड़े छात्र नेताओं को बांधा गया था.
वायरल क्लिप को रिवर्स सर्च करने पर पता चला कि इसी वीडियो को 18 जुलाई को एक फेसबुक यूजर ने शेयर किया था. इसने बांग्ला में कैप्शन देते हुए लिखा था कि यह वीडियो बदरुन्निसा कॉलेज का है. गूगल सर्च से पता चला कि बेगम बदरुन्निसा गवर्नमेंट गर्ल्स कॉलेज ढाका में स्थित है. उस समय, इसी वीडियो को कई लोगों ने शेयर किया है, जिसमें कॉलेज का नाम स्पष्ट तौर पर लिखा है.
आवामी लीग के छात्र नेताओं को बांधा गया
अधिक खोज करे पर इस घटा के बारे में कई मीडिया रिपोर्ट्स भी देखने को मिली. इसमें बताया गया था कि बांग्लादेश छात्र लीग (बांग्लादेश अवामी लीग की छात्र शाखा) के चार नेताओं को बेगम बदरुन्निसा गवर्नमेंट गर्ल्स कॉलेज में छात्र प्रदर्शनकारियों ने कान पकड़कर उठक-बैठक करने के लिए मजबूर किया. इसके अलावा, छात्र प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश छात्र लीग के दो नेताओं को रस्सियों से खंभे से बांध दिया, जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
ढाका के एक कॉलेज की घटना
रिपोर्ट में बताया गया है कि यह घटना 17 जुलाई को कॉलेज के छात्रावास में हुई. कॉलेज में कोटा सुधारों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने विवाद के बाद अवामी लीग के छात्र विंग के नेताओं को बांध दिया. वहीं जब शिक्षकों ने हस्तक्षेप किया तो आरपी छात्राएं कॉलेज से भाग गईं. इस कॉलेज में छात्र लीग की महासचिव हबीबा अख्तर साइमन घटना से पहले ही कैंपस से चली गई थीं. किसी पुरानी रंजिश की वजह से विरोध प्रदर्शन के दौरान कैंपस में मौजूद चार छात्र नेताओं को प्रताड़ित किया गया था.
रस्सी से बांधने का मामला सच, दावे झूठे
इस पड़ताल में यह तो सामने आया कि छात्राओं को रस्सियों से बांधा गया था, लेकिन वे हिंदू हैं और उनका बेचा गया, यह बात गलत साबित हुई है. यानी सोशल मीडिया पर जो दावे बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार से जोड़कर किया गया था वह गलत है. इस वीडियो हिंदू महिलाओं के साथ अत्याचार का कोई मामला सामने नहीं आया है.
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